वाराणसी (ब्यूरो)। वर्षा जल संचय को लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने स्पष्ट कर दिया है कि नक्शा पास कराने के बाद अगर घरों, बिल्डिंगों में रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाएंगे तो नक्शा कैंसिल कर दिया जाएगा। जल का संचय करना बहुत जरूरी है। जिस प्रकार से सभी घरों, कालोनियों व बिल्डिंगों में सबमर्सिबल पंप लगा है उसी तरह हर जगह रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाना चाहिए। इससे फ्यूचर जनरेशन को दिक्कत नहीं होगी।
300 वर्ग मीटर में लगाएं
वाराणसी विकास प्राधिकरण के टाउन प्लानर मनोज कुमार का कहना है कि रेन वाटर हारवेस्ंिटग सिस्टम लगाने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं पड़ती। कालोनी, मुहल्ले वाले मिलकर 300 वर्ग मीटर एरिया में रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम को लगा सकते है। इससे मुहल्ले के जल का स्रोत बरकरार रहेगा।
ध्यान देना जरूरी
कई लोगों ने रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगा रखा है लेकिन प्रॉपर तरीके से ध्यान न देने की वजह से वर्षा का जल संचय नहीं हो रहा। रिपेयरिंग न होने से रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम डैमेज हो चुके हैं। इसलिए जिन लोगों ने सिस्टम लगाया उन्हें ध्यान देना चाहिए।
पुरानी बिल्डिंग में मुश्किल
शहर के पुरानी बिल्डिंग में रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाना मुश्किल है क्योंकि ड्रेन करने से दीवार ढह सकती है, छत गिर सकती है। कई बिल्डिंग तो ऐसे हैं जो जर्जर हो चुके हैं। वहां के बारे में सोच भी नहीं सकते है। फिलहाल जो लोग जिस मुहल्ले में रहते हैं, वे अपने यहां रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम जरूर लगवाएं।
नक्शे में मेंशन करना जरूरी
प्लॉट का नक्शा पास करवाना हो या फिर घर का नक्शे में रेन वाटर हारवेटिस्ंग को भी मेंशन करना जरूरी होगा। आवेदन के समय इन सब चीजों का काफी ध्यान देना होगा। अगर नक्शा पास होने के बाद रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम नहीं लगवाएंगे तो नक्शा कैंसिल कर दिया जाएगा। इसके पहले उनके स्थलों की प्रापर तरीके से जांच की जाएगी कि उन्होंने रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम को लगाया है कि नहीं.
40 से 50 हजार रुपए खर्च
रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाने में ज्यादा खर्च नहीं आता है करीब 40 से 50 हजार रुपए में रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगा सकते है। यह भी देखना पड़ता है कि कितना प्लॉट में जगह है, घर की छतों पर कितना स्पेस है इसे देखना बहुत जरूरी होता है। उसी के अनुसार रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगा सकते है। अधिकतर लोगोंं ने रूफ टॉप सिस्टम लगा रखा है। अपनी क्षमता के अनुसार रेन वाटर हारवेस्टिंग को लगा सकते है। कालानी में तो सभी लोगों को मिलकर एक जगह तय करके वहां पर रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाना चाहिए। मुहल्ले के किसी मैदान में भी लोगों को सिस्टम लगाना चाहिए। इसमें सभी संस्था और व्यापारिक संगठनों को रेन वाटर हारवेस्टिंग के लिए जागरूक करना चाहिए। सभी साथ मिलकर रेन वाटर हारवेस्टिंग के प्रति जागरूक करेंगे तभी पानी का संचय होगा.
रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम सभी के लिए लगाना जरूरी है। इसमें किसी को भी कोताही नहीं बरतनी चाहिए। फ्यूचर जनरेशन के लिए ये लाभदायक है। भूजल का स्तर गिर रहा है, इसमें रेन वाटर हारवेस्टिंग लाभदायक है.
मनोज कुमार, टाउन प्लानर, वीडीए
करेंगे लोगों को अवेयर
अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन महिला व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विभाग काशी क्षेत्र भाजपा के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संयोजक सुष्मिता सेठ के नेतृत्व में रेन वाटर हारवेस्टिंग के प्रति सभी मेंबर्स को जागरूक किया गया। बारिश के पानी के संचय के लिए मुहल्ले व कालोनी के लोगों को जागरूक करने के लिए सभी महिलाएं आगे आईं। उन्होंने कहा कि आने वाले संकट से लडऩे के लिए अभी से पानी का संचय करना जरूरी है। इसके बाद महिलाओं ने पानी के संचय के लिए अघोरपीठ में पौधरोपण किया। उन्होंने नीम, अमरुद, आम, गुलमोहर आदि के पौधे लगायी। इस अवसर पर सुषमा मिश्रा, रानी जयसवाल, शीला सेठ, बबीता चौरसिया, अमन पटेल, खुशबू जायसवाल विद्यासागर उपाध्याय मौजूद थीं.