वाराणसी (ब्यूरो)। मीटर रीडिंग और बिलिंग की लगातार आने वाली समस्याओं से निजात दिलाने के लिए बिजली विभाग ने मास्टर साफ्टवेयर तैयार कराया है। इस बारे में विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब विद्युत उपभोक्ता मीटर रीड करें या ना करें, उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी उठाने की जरूरत नहीं है। साथ ही उन्हें हर माह की बिजली बिल मिले या नहीं, कहीं चक्कर लगाने नहीं जाना है। इसके लिए उपभोक्ताओं को इधर उधर भटकने के बजाय विभाग के किसी भी डिवीजन आफिस में सम्पर्क करने के पश्चात उनकी समस्त प्रकार की समस्याओं का निवारण बैठे बैठे आसानी से संभव है.
एमआरआई करेगा मीटर रीडिंग
विभाग की तरफ से मीटर रीडिंग साफ्टवेयर तैयार किया है। इस साफ्टवेयर के द्वारा एमआरआई मेथड के माध्यम से उपभोक्ता के द्वारा अपने घरों में कंज्यूम की जा रही बिजली का पल-पल का प्रति सेकेंड से प्रति मिनट तक कंजम्पशन की जानकारी एक क्लिक से हासिल की जा सकती है। इसके बारे में विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अब कोई भी उपभोक्ता यह आरोप भी नहीं लगा सकता है कि उसका मीटर गलत रीड कर रहा है या उसकी बिल में फाल्ट है। उसकी शिकायत के समाधान के लिए अधिकारी अपने कार्यालय में बैठे-बैठे जानकारी को हासिल कर सकते हैैं.
जीपीएस नेटवर्क पर करेगा वर्क
बिजली विभाग की तरफ से स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन के दौरान अपने समस्त फीडर और ट्रांसफार्मर को जीपीएस और इंटरनेट से कनेक्ट कर दिया है। इस कारण विभाग के सारे ट्रांसफार्मरों के माध्यम से प्रत्येक प्राइवेट मीटर और सरकारी मीटर के साथ प्रत्येक ट्रांसफार्मर के लोड के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। इसको देखते हुए विभाग की तरफ से साफ्टवेयर को इजात करते हुए रोजाना आने वाले समस्या को दूर करने के लिए एमआरआई मेथड को फालो किया जा रहा है.
क्या होंगे जरूरी दस्तावेज
किसी भी उपभोक्ता को यदि शिकायत है और उसे अपने बिजली खपत की सही जानकारी हासिल करनी होती है तो उसे विभाग के किसी भी डिवीजन कार्यालय में संपर्क करना होगा। इस दौरान उपभोक्ता को अपने साथ विद्युत कनेक्शन नंबर, आधार कार्ड और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर लेकर जाना होगा। इस आधार पर विभाग में मौजूद अधिकारी फौरिया तौर पर मीटर को रीड करके जानकारी को हासिल करते हुए उपभोक्ता के साथ शेयर कर देगा.
ट्रायल के बाद किया इंस्टालेशन
विद्युत विभाग द्वारा इस साफ्टवेयर को डेवलप करने की जिम्मेदारी एचसीएल कंपनी को दी गई थी। कंपनी द्वारा डेवलप करने के बाद इसे 1500 कस्टमरों के रीडिंग के ऊपर ट्रायल करते हुए विभाग को समस्त सर्किल में वर्क कराने के लिए हैैंडओवर किया गया है.
रविवार को आपूर्ति रहेगी बाधित
33 केवी सिगरा से विद्युत की बेहतर सप्लाई के लिए वायरों के किनारे वाले पेड़ों एवं डालियों की कटाई छटाई का कार्य किया जायेगा। इस कारण सिगरा से सप्लाई होने वाले इलाके लल्लापुरा, बादशाह बाग, पितरकुंडा में 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक सप्लाई प्रभावित रहेगी.
विद्युत उपभोक्ताओं को बिलिंग समस्या और कंजम्शन डिटेल की जानकारी को हासिल करने के लिए नया साफ्टवेयर इजात किया गया है, जो जीपीएस के साथ ही एमआरआई सिस्टम पर आधारित वर्क करेगा.
अनूप सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, सर्किल प्रथम