वाराणसी (ब्यूरो)। कंपनी बाग स्थित राजकीय उद्यान विभाग की बगिया सोमवार को रंग-बिरंगे फूलों की खुशबू से महक उठी। दो दिवसीय मंडलीय शाकभाजी, फल एवं पुष्प प्रदर्शनी के अंतिम दिन फूलों से तैयार शिवलिंग और राम मंदिर बने आकर्षकण का केंद्र रहे। डीएम एस। राजलिंगम की उपस्थिति में पुरस्कार बांटे गए। इस दौरान प्रदर्शनी के बेस्ट फूल भी चुने गए। सोमवार को रात में संास्कृतिक कार्यक्रम हुए.
किंग ऑफ द शो की घोषणा
गुलाब, डहेलिया, ग्लोडियोलस समेत तमाम रंग-बिरंगे फूलों से सजी बगिया की खूबसूरती देखते ही बन रही थी। चारों तरफ सजे रंग-बिरंगे फूल सभी का आकर्षण बने और लोग फोटो खिंचा रहे थे। फूलों से बनाया गया शादी के मंडप ने सभी का ध्यान खींचा। दूर-दूर से लोग इस प्रदर्शनी को देखने पहुंचे। आए हुए लोगों ने पर्यावरण से अपने लगाव को भी बताया। प्रदर्शनी का सर्वोत्तम गुलाब क्वीन ऑफ द शो (जुमेलिया प्रजाति) केंद्रीय पौधशाला, बीएचयू को चुना गया। जबकि किंग ऑफ द शो (एके मिश्रा प्रजाति) सीईओ छावनी परिषद को चुना गया। विजयी प्रतिभागियों को सीडीओ हिमांशु नागपाल ने पुरस्कृत किया। इसमें वाराणसी, चंदौली, जौनपुर व गाजीपुर के 400 किसानों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनी में 198 प्रतिभागियों की ओर से 2719 शाकभाजी, फल, कटे फूल, रंगोली व गमलों के फूल व मत्स्य समेत कई अन्य स्टॉल लगाए गए थे। विभिन्न वर्गो में सर्वोत्तम प्रदर्शन वालों को चल बैजन्ती पुरस्कार दिया गया.
प्रदर्शनी के बारे में दी जानकारी
उद्यान विभाग के डॉ। आनन्द कुमार सिंह ने फल एवं शाकभाजी के उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीकी से किसानों को अवगत कराया। एचओडी डॉ। धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने नवीन औद्यानिक फसलों स्ट्राबेरी, ड्रैगन फ्रूट एवं निके फ्रूट, जामुन, अंजीर, कटहल, कंरौदा आदि को बढ़ावा देने का आह्वान किया.
फैक्ट फीगर
400 किसानों ने हिस्सा लिया
198 प्रतिभागी प्रदर्शनी में हुए शामिल
2719 स्टॉल लगाए गए थे
यहां की सजावट बहुत ही सुंदर है। रंग-बिरंगे फूल देखने सुबह ही आ गए थे। इसका बेसब्री से इंतजार था.
नारद, पुलिस लाइन
फूलों से सजी इस बगिया की सजावट देखने से मन बहुत ही खुश है। बहुत अच्छा सजाया गया है.
कमलेश चौरसिया, रोहनिया
पर्यावरण से बहुत लगाव है। इसलिए यहां फूलों को देखने आए थे। फूलों की खूबसूरती देखते ही बनती है.
रोशनी, रोहनिया