- शहर में होली की दिखायी दे रही है रंगत, होलिका दहन आज

- भद्रा रहित प्रदोष युक्त पूर्णिमा में होलिका दहन का है विशेष महत्व

VARANASI

होली की तैयारियां पूरे चरम पर हैं। शहर में हर तरफ होली की रंगीनियां बिखरी हुई है। मार्केट खरीदारों से भरे पड़े हैं। खाने-पीने के सामानों से लेकर कपड़ों तक की जोरदार खरीदारी हो रही है। इससे शहर का तकरीबन हर इलाका जाम की चपेट में है। रंग, गुलाल, पिचकारी की दुकानों पर भी खासी रंगत है। बच्चे से लेकर नौजवान हर कोई खरीदारी के रंग में डूबा नजर आ रहा है। गुरुवार को होलिका दहन होगा उसके अगले दिन शुक्रवार को होली मनायी जायेगी।

शुभ मुहुर्त में करें होलिकादहन

ज्योतिष डिपार्टमेंट बीएचयू के प्रो विनय कुमार पांडेय के अनुसार होली के साथ ही सही समय पर किया जाने वाला होलिका दहन भी काफी महत्वपूर्ण होता है। बताया कि प्रति वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन होता है और इसके अगले दिन चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को होली मनाया जाता है। धर्म सिन्धु के अनुसार भद्रा रहित प्रदोष युक्त पूर्णिमा तिथि में होलिका का दाह किया जाता है। इस वर्ष होलिका दहन 1 मार्च को है और होली 2 मार्च को है। नियमानुसार 1 मार्च को प्रात: 7.53 से 2 मार्च प्रात: 6.03 तक पूर्णिमा तिथि है, जिसमें 1 मार्च को 7.53 से ही शाम 6.58 तक भद्रा है। अत: 1 मार्च को शाम 6.58 के बाद 8.09 तक प्रदोष काल मे होलिका दहन का सर्वोत्तम मुहूर्त है।

शहर में कुल 1081 होलिकाएं

शहर में कुल 1081 होलिकाएं स्थापित की गयी हैं। प्रशासन ने सकुशल होलिका दहन के लिए 20 मजिस्ट्रेट की तैनाती की है। हर होलिका दहन स्थल पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गयी है। जिला प्रशासन ने कोतवाली में छह, आदमपुर में 15, दशाश्वमेध में 10, जैतपुरा में 16, लोहता में 17 व सारनाथ में सात होलिकाओं को संवेदनशील घोषित किया गया है।