वाराणसी (ब्यूरो)। रंगभरी एकादशी पर शुक्रवार को बाबा विश्वनाथ सहित काशी के विभिन्न शिवालयों व देवालयों में फाग खेलेंगे काशीवासी। अपने इष्ट देवों संग अबीर-गुलाल की होली का पहला टीका गुलाल बाबा के भाल चढ़ाकर होगा। विभिन्न रूपों में काशी में विराजमान देवाधिदेव महादेव विशाल छवि में तिलभांडेश्वर महादेव के रूप में भी हैं। तिलभांडेश्वर स्थित मंदिर में भगवान शंकर की रजत प्रतिमा का झांकी दर्शन होगा।
बाबा करेंगे मुखौटा धारण
गर्भगृह में अपराह्न तीन बजे बाबा के ज्योतिर्लिंग पर मुखौटा धारण कराया जाएगा। इसके पश्चात विभिन्न सुगंधित पुष्पों व अबीर से बाबा का भव्य श्रृंगार किया जायेगा। इसके साथ दर्शन-पूजन आरम्भ हो जायेगा, जो कि रात 10 बजे तक चलेगा। सांय सात बजे बाबा की आरती उतारी जायेगी.
शोभायात्रा, झांकी दर्शन
महमूरगंज स्थित श्री ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर में रंगभरी एकादशी पर महादेव का गौना व अन्नकूट झांकी का दर्शन होगा। मंदिर में आरती-पूजन के पश्चात सायं करीब छह बजे माता पार्वती को फूलों की डोली में बैठाकर गौना बारात निकाली जाएगी।
आराध्यों का श्रृंगार-पजन
मंदिर में आराध्यों का श्रृंगार-पूजन एवं छप्पन भोग अर्पण होगा। इसके साथ ही श्रद्धालु आराध्यों से फूल व गुलाल की होली खेलेंगे एवं भजन साधेंगे। छप्पन भोग का दर्शन रात्रि 11 बजे तक चलेगा।
महामृत्युंंजय मंदिर में पूजन
रंगभरी एकादशी पर महामृत्युंजय मंदिर, त्रिलोचन महादेव, जोगेश्वर महादेव, भूतभैरव महादेव, जेष्ठेश्वर महादेव, आदि विशेश्वर महादेव, नीलकंठ महादेव समेत शिवालयों व देवालयों में अबीर-गुलाल चढ़ाकर पूजन करेंगे.