वाराणसी (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड की परीक्षा गुरुवार से सीसीटीवी की निगरानी में शुरू हुई। सुबह आठ बजे आरंभ हुई परीक्षा करीब सवा 11 बजे तक चली। परीक्षा के पहले दिन बहुत सारा फार्मेट बदला-बदला सा रहा। इसके बाद भी छात्रों का चेहरा खिला सा रहा। आसान पेपर देखकर छात्रों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पेपर देकर निकलते समय हर स्टूडेंटस का चेहरों पर मुस्कुराहट नजर आयी। सभी ने कहा हिंदी के पेपर में बड़ा मजा आया। कुछ छात्र ऐसे भी रहे जिनका कहना था कि पेपर तो बहुत अच्छा था लेकिन निबंध ने फंसा दिया। पहले दिन करीब 28 सौ से अधिक छात्रों ने परीक्षा छोड़ी.
माथे पर तिलक लगाकर पहुंचे छात्र
सुबह करीब आठ बजे से परीक्षा शुरू होनी थी, लेकिन स्टूडेंटस समय के पहले ही माथे पर टीका लगाकर, मां-बाप का आशीर्वाद लेकर पहुंच गए थे। बहुत सारें सेंटरों पर कुछ छात्र समय पर पहुंचे इसके बाद भी परीक्षा देने में उनको कोई दिक्कत नहीं हुई। ओएमआर सीट देखकर थोड़ी बहुत हिचकिचाहट हुई लेकिन समझाने पर वह भर लिए.
ओएमआर सीट भरने में उलझे छात्र
परीक्षा के दौरान पहली बार ओएमआर सीट देखकर कई सेंटरों में छात्र उलझ कर रह गए। केंद्र पर तैनात टीचर्स के बताने पर कई छात्रों ने ओएमआर सीट को भरना शुरू किया। फिर भी कई छात्रों का कहना था कि ओएमआर सीट भरने में कोई दिक्कत नहीं हुई.
पहले दिन 5518 परीक्षार्थी नदारद
परीक्षा के पहले दिन पहली पॉली में करीब 2831 परीक्षार्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे। इनमें रेगूलर के करीब 2806 व प्राइवेट के करीब 25 छात्र शामिल हैं। वहीं दूसरी पॉली में इंटरमीडिएट के इग्जाम में 2763 छात्र अनुपस्थित मिले। इनमें रेगुलर के करीब 2713 व प्राइवेट के करीब 50 छात्र परीक्षा देने नहीं पहुंचे.
गेट के बाहर गार्जियन की भी परीक्षा
कई सेंटरों के बाहर छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी पहुंचे थे। परीक्षा के दौरान उनके बेटे को कोई दिक्कत न हो जाए तक गेट के बाहर खड़े रहे। कई ऐसे भी रहे जो एग्जाम खत्म होने के एक घंटा पहले ही पहुंच गए थे। एग्जाम जैसे ही खत्म हुआ सेंटर के अंदर अपने-अपने लाल को लेने के लिए गार्जियंस की भीड़ उमड़ पड़ी.
पहले दिन हिंदी का पेपर काफी अच्छा हुआ। ऐसे ही आगे भी होता रहे। अब पांच दिन बाद मैथ का पेपर है, वह भी अच्छा हो। इसके लिए छुट्टी के दिन में तैयारी करेंगे.
आशु पटेल, छात्र
हिंदी का पेपर काफी सरल रहा। सभी क्वेश्चन कर लिए। जब प्रदूषण पर निबंध लिखने की तैयारी कर ही रहे थे कि घंटी बज गई। मास्टर साहब कॉपी ही ले लिए.
गौरव पटेल
छंद, अलंकार काफी सरल रहा। हिन्दी की तरह आगे का भी पेपर आए तो करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। समय से पेपर शुरू हो गया था.
नंदनी, स्टूडेंट
ओएमआर सीट पहली बार हमने भरा। ज्यादा टफ नहीं था। सर लोग भरने में काफी हेल्प किए। पेपर काफी सरल था। हल करने में ज्यादा समय नहीं लगा.
पूजा कुमारी, छात्र
परीक्षा देने के पहले डर लग रहा था कि कैसा पेपर आएगा। क्वेश्चन देखकर काफी राहत मिली। अमृत योजना पर निबंध लिखने में काफी समय लग गया। बाकी सब अच्छा गया है.
रुद्र प्रताप सिंह, स्टूडेंटस
परीक्षा काफी अच्छी तरह से संपन्न हुआ। पहले दिन हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में करीब 5517 छात्र अनुपस्थित रहे। कंट्रोल रुम में भी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई.
गिरीश सिंह, डीआईओएस