वाराणसी (ब्यूरो)। बिजली विभाग की तरफ से बीते दिसंबर और जनवरी माह में अपने सिस्टम को अपडेट कराने और बेहतर पारदर्शिता को लाने के लिए एचसीएल कंपनी को हायर करते हुए अपने पूरे डिस्काम के सिस्टम साफ्टवेयर को अपडेट कराया गया था। लेकिन, इसका खामियाजा आज भी बनारस की जनता को भुगतना पड़ रहा है। विभाग के द्वारा अपडेट कराया साफ्टवेयर पूरी तरीके से ठीक नहीं हुआ और चालू कर दिया गया। इस कारण आज भी शहर के 5 लाख उपभोक्ताओं में से 39 हजार उपभोक्ता को उनकी बिजली का बिल नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि ये कैसी हाईटेक व्यवस्था है।
कैश काउंटर का चक्कर
शहर के जिन 39 हजार उपभोक्ताओं को बिजली के बिल नहीं मिल पा रहे हैं, उन्हें हर माह चिंता सताये रहती है कि आखिरकार उनका इस माह कितने का बिल आयेगा। इस कारण उन्हें हर माह विभाग के कैश काउंटर के चक्कर लगाने पड़ते हैैं। यदि ये उपभोक्ता कैश काउंटर तक न जाएं तो उनका बिल बढ़ता चला जायेगा और उन्हें पता ही नहीं चल पायेगा कि आखिर कितनी बिजली का उपयोग कर रहे हैैं.
डाटा अपलोड के चक्कर में फंसा पेंच
बिजली विभाग की तरफ से साफ्टवेयर अपडेट करने के बाद शहर के समस्त उपभोक्ताओं का केवाईसी के माध्यम से डाटा लेते हुए साफ्टवेयर अपलोड किया जा रहा है। इस कारण उनके सारे डाटा अपलोड हो जाने के बाद विभाग के अधिकारियों के द्वारा उपभोक्ताओं से संवाद करना आसान हो जायेगा। तीन माह बीत जाने के बाद भी अभी तक विभाग के द्वारा 39 हजार उपभोक्ताओं के डाटा को अपलोड नहीं किया गया है.
कैश काउंटर ही बना विकल्प
ऐसे उपभोक्ताओं को जिनको विभाग की तरफ से बिजली के बिल नहीं मिल पा रहे हैं, उनके लिए कैश काउंटर के दरवाजे ओपेन हंै। इस बारे में विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे अपने कनेक्शन नंबर को लेकर कैश काउंटर पर जाकर अपने बिल का भुगतान कर सकते हैं। साथ ही बिल संबंधी जो समस्या आ रही है, उसके लिए वरिष्ठतम अधिकारियों को सूचित करते हुए टेक्निकल टीम को लगा दिया गया है और जल्द ही समस्या को दूर करवाते हुए उनको दोबारा से बिल भेजने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जायेगा.
जिन भी कस्टमर को बिल मिलने में समस्या आ रही है, वे सभी उपभोक्ता कैश काउंटर पर जाकर अपने विद्युत बिल का भुगतान कर सकते हैं। तकनीकी समस्या को दूर कराने के लिए टीम तैनात कर दी गई है। जल्द ही समस्या का निराकरण करा लिया जाएगा.
अनूप कुमार सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, सर्किल प्रथम