वाराणसी (ब्यूरो)। शामिल हैं। बीते तीन दिन में आजमगढ़ में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। इसे लेकर आजमगढ़ के डीएम ने अस्पताल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं सुधार का निर्देश दिया। इसके बाद वार्डों में कूलर आदि लगवा दिए गए। उधर, मीरजापुर के मंडलीय चिकित्सालय में 24 घंटे के अंदर छह लोगों ने दम तोड़ दिया। एक दिन में मंडलीय चिकित्सालय में 85 मरीज भर्ती किए गए। 155 बेड वाले मंडलीय चिकित्सालय में 243 मरीज भर्ती हो गए हैं। इसमें केवल 20 जून को 85 मरीज भर्ती हुए.
आजमगढ़ में हीट स्ट्रोक से तीन दिन में 26 की मौत, सात गंभीर
जिले में मंगलवार को हीट स्ट्रोक से महिला सहित और दो लोगों की मौत हो गई। तीन दिनों में मरने वालों की संख्या अब 26 हो गई है। 24 घंटे में मंडलीय अस्पताल में और सात मरीज भर्ती हुए हैं। एक दिन पूर्व मंगलवार को डीएम विशाल भारद्वाज के निरीक्षण के बाद कूलर-पंखा लगे, लेकिन अस्पताल की बाधित बिजली आपूर्ति मरीजों की परेशानी कम होने नहीं दे रही है.
डीएम ने जाना हाल
मंडलीय जिला अस्पताल में जहां दो दिनों से हीट स्ट्रोक के मरीजों से वार्ड भर गया तो वहीं मरने वालों की भी संख्या 26 तक जा पहुंची है। अस्पताल में दुश्वारियों की चादर से मरीजों का इलाज हो रहा था। मौत की खबर से प्रशासन जागा तो डीएम ने निरीक्षण कर भर्ती मरीजों का हाल जाना। उनके निरीक्षण में अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था की कलई खुल गई। डीएम के निर्देश पर मरीजों के वार्ड में जगह-जगह कूलर और पंखे लगने लगे तो वहीं उन्हें शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिया गया।
24 घंटे में भर्ती
24 घंटे में भर्ती होने वाले मरीज देवगांव के हरिद्रेश शंकर, उकरौड़ा की दुर्गावती, बलरामपुर की रामराजी, रौनापार मोहलिया की सिंधू, जीयनपुर के महेंद्र यादव, बिलरियागंज की भीमबर की सम्मती देवी और वीरेंद्र शामिल हैं। अस्पताल में 24 घंटे बिजली की व्यवस्था है, लेकिन इन दिनों यह लोगों को धोखा दे रही है। इससे मरीजों को वार्ड में उमस भरी गर्मी से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों के लिए दो जेनरेटर की भी अस्पताल प्रशासन की तरफ से व्यवस्था है, लेकिन एक तो पहले से ही खराब है और दूसरा तीन सौ भर्ती मरीजों को राहत देने में नाकाफी साबित हो रहा है.
दो और की मौत
जहानागंज थाना क्षेत्र के सोहवल मार्केट के पास बाइक सवार सोहवल गांव निवासी की 40 वर्षीय रविंद्र यादव की मौत हो गई। दो घंटे बाद राहगीरो की मदद से पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रविंद्र खेतीबारी करके परिवार की जीविका चलाते थे। मार्चरी हाउस पहुंचे स्वजन ने बताया कि सुबह किसी कार्य वश मोहम्मदाबाद गए थे। सोहवल मार्केट के पास गर्मी से बेचैनी हुई तो वहीं कपड़ा निकाल कर हवा खाने लगे। इस दौरान अचानक जमीन पर गिर पड़े। स्थानीय लोगो ने सोचा कि आराम कर रहे हैं। इनके एक पुत्र और एक पुत्री हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत का कारण हीट स्ट्रोक पाया गया है। उधर, रानी की सराय के संभोपुर निवासी 62 वर्षीय शनिचरा की दिन में करीब 10 बजे मौत हो गई। वह मंगलवार को बीमार हाल में भर्ती हुईं थीं।
पहले की अपेक्षा अब भर्ती मरीजों की स्थित ठीक है। वार्ड में कूलर, पंखा और इंमरजेंसी कक्ष में पेयजल की व्यवस्था कर दी गई हैं। कभी कभार अस्पताल की विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है। ऐसे में इसके लिए जेनरेटर को ठीक करा लिया गया है.
डॉ। रीता दुबे, अधीक्षक मंडलीय जिला अस्पताल
मिर्जापुर में 24 घंटे के अंदर छह लोगों की मौत
मीरजापुर : मंडलीय चिकित्सालय में 24 घंटे के अंदर छह लोगों ने दम तोड़ दिया। मरने वालों में सफाई कर्मी, जल निगम के पर्यवेक्षक, बच्चे व बूढ़े शामिल हैं। सभी की मौत हीट स्ट्रोक व लू लगने से होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल तीन लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एक दिन में मंडलीय चिकित्सालय में 85 मरीज भर्ती किए गए, जो उल्टी, दस्त, बुखार, पेट दर्द, सिर दर्द, ब्लड प्रेशर आदि रोगों से ग्रसित पाए गए। 155 बेड वाले मंडलीय चिकित्सालय में 243 मरीज भर्ती हो गए हैं। इसमें केवल 20 जून को 85 मरीज भर्ती हुए। हालांकि 53 मरीजों को छुट्टी भी बाद में दे दी गई। वहीं बुधवार को सौ मरीज भर्ती किए गए.
सोए तो उठे ही नहीं
गर्मी का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि आए दिन लोगों की मौत हो रही है। मंगलवार को कोन ब्लाक के गोबरहा गांव में तैनात सफाई कर्मी 45 वर्षीय गुलाबधर मौर्य की मौत हो गई। वह जगापट्टी चील्ह के रहने वाले थे। ड्यूटी कर शाम को घर आए और पानी पीने के बाद सो गए। इसके बाद उठे ही नहीं। देर शाम बच्चे पिता को जगाने कमरे में गए तो नहीं उठे। उन्हें तत्काल पीएचसी चील्ह ले जाया गया, जहां से चिकित्सक ने उन्हें मंडलीय चिकित्सालय रेफर कर दिया। यहां चिकित्सक ने गुलाबधर को मृत घोषित कर दिया। गुलाबधर को दो बच्चे प्रिंस व प्रीतम हैं। स्वजन ने लू लगने से मौत होने की आशंका जताई है।
अचानक हुए बेहोश
प्रयागराज निवासी 40 वर्षीय नरेश कुमार केंद्रीय जल आयोग में पर्यवेक्षक थे। पिछले दो साल से वह मीरजापुर में तैनात थे। शाम को अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़े। उनको मंडलीय चिकित्सालय लाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। नगर के रामबाग मोहल्ला निवासी 18 माह की शिफा की तबीयत खराब होने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। वहीं तीन अन्य लोग भी अस्पताल लाए गए। उन्हें भी मृत घोषित किए जाने के बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर चले गए.