वाराणसी (ब्यूरो)। बीएचयू के वीसी प्रो। सुधीर कुमार जैन ने डॉ। ओमशंकर को कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी के पद से हटा दिया है। उनके स्थान पर डॉ। विकास अग्रवाल को नया एचओडी बनाया गया है। अब इन दोनों में कार्यभार ग्रहण करने को लेकर रार बढऩे की संभावना है, क्योंकि एक तरफ 15 दिन से आमरण अनशन पर बैठे ओमशंकर का कहना है कि वे 31 जुलाई तक अपने पद पर बने रहेंगे और दूसरी तरफ विकास अग्रवाल का कहना है कि वे मंडे को कार्यभार ग्रहण करेंगे।
गलत है आर्डर
वीसी के डिसिजन को लेकर शनिवार को डॉ। ओमशंकर ने कहा कि वे 31 जुलाई को टर्म पूरा होने के बाद ही विभागाध्यक्ष का पद छोड़ेंगे। उन्हें इस तरह नहीं हटाया जा सकता। विश्वविद्यालय के ऑर्डर में मुझे हटाने की जो वजह दी गई है, वह पूरी तरह गलत है। ऑर्डर में नॉन अवलेबिलिटी शब्द का इस्तेमाल किया गया है, जबकि, मैं अपने चेंबर में दिन-रात पर्चे पर ही मरीजों को देख रहा हूं। हर फाइल पर साइन कर रहा हूं। सारे मरीजों की एंजियोग्राफी हो रही है। मरीजों की जांच से लेकर दवाईयां लिखी जा रही हैं। ऐसे में नॉन अवलेबिलिटी को आधार कैसे बनाया जा सकता है। मैं आमरण अनशन पर हूं, ये कोई भूख हड़ताल नहीं है।
ऐपवा का मिला समर्थन
बता दें कि शुक्रवार देर रात वीसी ने डॉ। ओम शंकर को पद से हटाकर डॉ। विकास अग्रवाल को कार्डियोलॉजी विभाग एचओडी बनाने का आर्डर दिया था। इस बीच प्रो। ओमशंकर को सपा-कांग्रेस के बाद लेफ्ट की पार्टियों ने भी समर्थन दिया है। भाकपा माले पार्टी (सीपीआई-एमएल), महिला संगठन ऐपवा (ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव वीमेन एसोसिएशन) और स्टूडेंट विंग्स आइसा की ओर से प्रोफेसर ओम शंकर के पक्ष में आवाज उठने लगी है.