वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस का ट्रैफिक मासा अल्लाह है। सुबह जाना हो स्कूल, ऑफिस या शॉप पर तो समय पर पहुंचने की गारंटी नहीं होती है। इंसान घर से अच्छे मूड में कैंट, कचहरी, एयरपोर्ट, रोडवेज, विश्वनाथ धाम, सिगरा, रथयात्रा, बीएचयू जाने के लिए निकलता है, लेकिन रास्ते में उसे मिलता है जगह-जगह टै्रफिक जाम। जाम में फंसने से जैसे-जैसे घड़ी की सुई आगे बढ़ती है तो उसी रफ्तार से इरीटेशन और टेंशन बढ़ता है। मूड खराब होने पर इंसान एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हुए खूब कोसता है। इसी को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने बनारस के ट्रैफिक को लेकर कुछ एक्सपर्ट से बात की तो अहम सुझाव सामने आया। करीब 500 मीटर तक ज्यादा सफर करने से 20 से 30 मिनट बच सकता है और मूड भी कूल रहेगा। एक्सपर्ट के आइए आप भी जानिए और समझिए.
कचहरी जाने के लिए फ्लाईओवर से सफर करना बेहतर होगा
वाराणसी के ज्यादातर लोगों की जिंदगी का हिस्सा और रोज का किस्सा बन गया है ट्रैफिक जाम। आलम यह है कि लोग इस कदर इरीरेट होने लगे हैं कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से विशेष बातचीत में एक्सपर्ट मनीष पुरोहित ने सुझाव दिया कि अगर आपको लहरतारा से कचहरी जाना है तो कैंट-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे से नहीं, बल्कि ऊपर से चलना चाहिए। इसके बाद अंधरापुल से होकर सीधे कचहरी पहुंचने में जाम से नहीं जुझना पड़ेगा। इस आसान सफर के लिए वाहन चालक को करीब 500 मीटर ज्यादा सफर करना पड़ेगा, लेकिन इससे कैंट-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे अक्सर लगने वाले जाम में 20 से 25 मिनट फंसने से मुक्ति मिल जाएगी.
सेंट्रल जेल रोड से होकर एयरपोर्ट जाना उचित होगा
बनारस के कैंटोनमेंट क्षेत्र में होटलों की भरमार है। विदेश या देश के अन्य हिस्सों से आने वाले अधिकतर पर्यटक इस क्षेत्र के होटल में स्टे करते हैं। ऐसे में कैंटोनमेंट क्षेत्र से एयरपोर्ट जाने के रास्ते में कचहरी, अर्दली बाजार, भोजूबीर के पास अक्सर जाम मिलता है, लेकिन एक्सपर्ट मृणाल सिंह के अनुसार कैंटोनमेंट क्षेत्र से एयरपोर्ट जाने के लिए इन रास्तों से नहीं, बल्कि अंबेडकर चौक, जेपी मेहता इंटर कालेज, सेंट्रल जेल रोड, गिलट बाजार से होकर एयरपोर्ट जाना काफी सुगम और जाम फ्री होगा। इस जाम फ्री रास्ते के लिए वाहन चालक को करीब 800 मीटर ज्यादा सफर करना पड़ेगा, लेकिन इससे कचहरी, अर्दली बाजार व भोजूबीर में अक्सर लगने वाले जाम में 20 से 30 मिनट फंसने से मुक्ति मिल जाएगी.
बीएचयू जाने के लिए चौकाघाट-कैंट फ्लाईओवर बेस्ट ऑप्शन
बाबतपुर से बीएचयू जाने के लिए अक्सर लोग कचहरी, नदेसर, अंधरापुल, मलदहिया, सिगरा, रथयात्रा, कमच्छा, भेलूपुर, रविंद्रपुरी से होकर जाते हैं। इस रास्ते में जगह-जगह ट्रैफिक जाम मिलता है। 25 मिनट का सफर तय करने में एक से दो घंटे लग जाते हैं। इसी तरह लालपुर से बीएचयू जाने के लिए अक्सर पांडेयपुर, हुकुलगंज, चौकाघाट, तेलियाबाग, मलदहिया, सिगरा, रथयात्रा, कमच्छा, भेलूपुर, रविंद्रपुरी से होकर जाते हैं। 25 मिनट का सफर तय करने में डेढ़ से दो घंटे लग जाते हैं। एक्सपर्ट संतोष कुमार के अनुसार बाबतपुर या लालपुर से बीएचयू जाने का सबसे अच्छा रास्ता चौकाघाट फ्लाईओवर के ऊपर से लहरतारा, मंडुवाडीह, ककरमत्ता, भिखारीपुर, सुंदरपुर से बीएचयू जाना बेहतर होगा। इन रास्तों से 25 से 30 मिनट में बीएचयू तक सफर होगा।
10 परसेंट पेशेंट की संख्या बढ़ी
हम अगर बीते 10 सालों की बात करें तो सिटी में साउंड पॉल्यूशन काफी बढ़ा है। यहीं कारण है कि बनारस में सुनने की क्षमता भी काफी प्रभावित हुई है। बीते पांच सालों में कानों से कम सुनाई देने वाले पेशेंट में 10 परसेंट तक बढ़ोतरी हुई है। इसका बड़ा कारण गाडिय़ों से होने वाला न्वाइज पॉल्यूशन भी है। जब लोग जाम में फंसते हैं तो लगातार हॉर्न बजाते रहते हैं और यह नुकसानदायक होता है।
चेतन उपाध्याय, सचिव सत्या फाउंडेशन
क्रोध के प्रति अवेयर होने की जरूरत
ट्रैफिक कंजेक्शन की वजह से लोगों के व्यवहार में काफी बदलाव हो गया है। जिससे मानसिक बीमारी भी होने के आशंका बनी रहती है। इन हालात में अपने व्यवहार को दुरुस्त रखने के लिए लोगों को अवेयर रहने की जरूरत है। उनको अपने क्रोध को कंट्रोल करने की हैबिट डालना चाहिए। उनको इस बात के लिए प्रिपेयर रहना चाहिए कि जाम में फंस कर क्रोध आना स्वाााविक है। लिहाजा क्रोध करने से बचना चाहिए।
डॉ। मनीष कुमार, मानसिक रोग विशेषज्ञ