वाराणसी (ब्यूरो)। काशी विश्वनाथ मंदिर का फेसबुक अकाउंट शनिवार सुबह हैक हो गया था, जिस पर हैकरों ने अश्लील फोटो और लिंक डाल दिया। इसे देखकर वाराणसी से लेकर विदेशों में मौजूद बाबा के लाखों भक्त काफी आहत हुए। बुधवार को मडिय़ाऊ विधायक डॉ। आरके पटेल का फेसबुक पेज हैक करने की बात सामने आई। यह कोई पहली घटना नहीं है, इसके पहले वाराणसी नगर निगम का फेसबुक पेज भी हैक हुआ था। हैकर्स ने खूब अश्लील वीडियो अपलोड किया था। करीब 30 घंटे बाद बहाल हुआ था। हैकर्स ने लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम पर फर्जी ट्विटर अकाउंट बना दिया था। यही नहीं, साइबर ठगों ने वाराणसी के उच्च पुलिस अधिकारी को भी नहीं छोड़ा। साइबर ठगों ने तत्कालीन वाराणसी एडीजी जोन राम कुमार का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया था। इन सूचनाओं से स्पष्ट है कि हैकर एक्टिव हैं और बार-बार हैकिंग कर रहे हैं।
2 कंप्लेन डेली
साइबर पुलिस के अनुसार वाराणसी में हर चौथे दिन फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम के हैक होने की शिकायत आती है, जबकि इससे कई गुना घटनाएं होती हैं। पुलिस और परिवार के डर शिकायत नहीं करता है। एक अनुमान के तहत वाराणसी में हर दिन सोशल मीडिया अकाउंट हैक होने की औसतन दो घटनाएं होती हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का फेसबुक अकाउंट को हैकर्स से साइबर एक्सपर्ट ने दो घंटे में रिकवर कर लिया था। फोटो और लिंक हटा दिए थे, लेकिन नगर निगम को रिकवर करने में 30 घंटे से अधिक लगे थे। नगर निगम की ओर से पुलिस की साइबर सेल में मुकदमा दर्ज कराया गया.
सुविधाएं के साथ सावधानी भी जरूरी
मोबाइल और इंटरनेट मीडिया आज के युग में लोगों के जीवन का हिस्सा बन गई है। इस पर जितनी सुविधाएं हैं, उतने ही खतरे भी हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना जरूरी है। साइबर सेल में तैनात साइबर एक्सपर्ट विराट सिंह के अनुसार बदलते दौर और इंटरनेट की दुनिया में आजकल हर कोई खोया है। हर दिन कम से कम एक बार इंटरनेट का इस्तेमाल जरूर करता है। लोग इंटरनेट पर अपनी बहुत सारी व्यक्तिगत जानकारी रखते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि वे साइबर हैकर्स से सुरक्षित रहें। पासवर्ड हमारे अकाउंट तक पहुंचने और हमारे डाटा और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखने में काफी अहम भूमिका निभाते हैं। टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन फीचर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट को पहले से ज्यादा सिक्योर कर सकते हैं। यह क्या होता है, कैसे काम करता है और ये सोशल मीडिया एप के लिए जरूरी क्यों है.
क्या होता है टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन फीचर
टू स्टेप ऑथेन्टिकेशन एक सिक्योरिटी प्रोसेस है, जो आपके अकाउंट को एक्स्ट्रा प्राइवेसी देता है। टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन को मल्टी फैक्टर ऑथेन्टिकेशन, टू स्टेप वेरिफिकेशन, 2एफए या डुअल फैक्टर ऑथेन्टिकेशन के नामों से भी जाना जाता है। इस फीचर के एक्टिव होने के बाद आपको अकाउंट के पासवर्ड के अलावा अपने अकाउंट को ऐक्सेस करने के लिए एक दूसरा पु्रफ देना पड़ता है। अगर किसी के पास आपके अकाउंट का एक्सेस है, तो उसे लॉगिन करने के लिए ओटीपी की जरूरत पड़ती है.
टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन क्यों जरूरी है?
साइबर अपराध हर दिन बढ़ रही हैं और हर किसी का अधिकांश जीवन उसके लैपटॉप या सेलफोन पर है जैसे कि उसके बैंक अकाउंट की डिटेल, उसके कॉन्टैक्ट, उसके मैसेज जैसे कई प्राइवेट चीजें होती हैं। जब सुरक्षा की बात आती है तो 2एफए अच्छी तरह से काम करता है और सब कुछ सुरक्षित रखने का एक अच्छा तरीका है। उनका पूरा उद्देश्य आपकी प्राइवेसी को बढ़ाना है और आपको वह सुरक्षा प्रदान करना है जो एक साधारण पासवर्ड नहीं कर सकता है।
साइबर अपराध से लोगों को जागरूक करने को अभियान चलाया जा रहा है। शिकायत आने पर त्वरित एक्शन भी लिया जाता है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही साइबर सेल की टीम आम लोगों को सलाह भी देती है.
चंद्रकांत मीणा, डीसीपी साइबर क्राइम
इन बड़े नामों के फेसबुक पेज हैक
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, अभिनेत्री उर्वशी रौतेला, पंजाब के बड़े सिंगर्स बब्बू मान और मिस पूजा।
हैकिंग से बचने के टिप्स
हमेशा स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाएं जिनमें लेटर, नंबर और सिंबल शामिल हों। आसान पासवर्ड बनाने से हमेशा बचना चाहिए.
इससे आपके सोशल मीडिया अकाउंट को और भी ज्यादा सिक्योरिटी मिलती है। अगर आप टू-फैक्टर अथॉन्टिकेशन चालू करते हैं तो पासवर्ड के अलावा कोड भी डालना होगा। ये कोड पहले से इस्तेमाल हो रहे डिवाइस पर आएगा.
वेब ब्राउजर, एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम जैसी चीजों को हमेशा अपडेट करना चाहिए.
हैकर्स आपको कई तरह से फंसाने की कोशिश करते हैं। इसलिए अनजान ईमेल, मैसेज या फेक वेबसाइट पर विश्वास ना करें। अपनी प्राइवेट या पर्सनल जानकारी किसी को ना बताएं.
अपनी अकाउंट एक्टिविटी पर हमेशा नजर बनाकर रखनी चाहिए। इसके अलावा आप किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी की जानकारी पाने के लिए अलर्ट भी चालू कर सकते हैं.
ये टिप्स फॉलो करके फेसबुक समेत दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट्स के हैक होने का खतरा कम हो जाता है। ऑनलाइन अकाउंट्स का इस्तेमाल करते समय हमेशा सावधान रहना चाहिए.