वाराणसी (ब्यूरो)मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अश्वनी कुमार ने जितेंद्र ङ्क्षसह विसेन एवं अन्य के खिलाफ परिवाद दर्ज करने का आदेश दिया हैआदेश में कहा है कि प्रार्थिनीगण का प्रार्थना पत्र धारा 156 (3) को परिवाद के रूप में दर्ज किया जाएअगली सुनवाई के लिए तीन मार्च की तिथि तय की है

केस वापसी का दबाव

बीते वर्ष दिसंबर में ज्ञानवापी शृंगार गौरी प्रकरण की वादी महिलाएं रेखा पाठक, मंजू व्यास, लक्ष्मी देवी व सीता साहू ने कोर्ट में धारा 156 (3) के तहत प्रार्थना पत्र दाखिल किया थाआरोप लगाया कि शृंगार गौरी प्रकरण की एक वादिनी राखी ङ्क्षसह के पैरोकार जितेंद्र ङ्क्षसह विसेन की ओर से मुख्यमंत्री को पावर आफ अटार्नी सौंपने और मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है.

अमर्यादित शब्दों का प्रयोग

सुनवाई के दौरान अदालत परिसर में पहुंचने पर कई बार अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल भी किया गयामहिलाओं व उनके पैरोकारों को गाली-गलौज तक दी जाती हैयह भी आरोप लगाया गया कि नंदी महाराज बनाम उत्तर प्रदेश सरकार मुकदमे में वादमित्र सितेंद्र चौधरी से फर्जी तरीके से पावर आफ अटार्नी अपने हक में करा लिए हैंप्रतिवादी के खिलाफ पुलिस को भी प्रार्थनापत्र दिया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई

जितेंद्र विसेन ने लगाया साजिश का आरोप

लक्सा थाने में दर्ज मुकदमे के नोटिस के जवाब में विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेंद्र ङ्क्षसह विसेन ने शहर के एक विधायक व पुलिस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगायाउनका कहना है कि उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले ज्ञानवापी शृंगार गौरी प्रकरण के पैरोकार सोहनलाल आर्य ने अदालत की कार्यवाही के लिए सहयोग राशि के रूप में तीन लाख रुपये उनके बैंक एकाउंट में डाला थाबाद में हम दोनों के बीच संबंध खराब होने पर वह रुपये नकद मांगने लगे जबकि मैं बैंक के जरिए देने को कह रहा थाइस पर पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर उन्होंने मेरे खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करा दियाज्ञानवापी मामले की कार्यवाही व मुझे बनारस आने से रोकने के लिए लगातार साजिश की जा रही हैसाजिश के तहत ही मेरे सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज किया गयागुलशन कपूर की ओर से मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की जा रही है, ताकि मुझे गिरफ्तार कर एनकाउंटर कर दिया जाए या जेल में मरवा दिया जाए.