वाराणसी (ब्यूरो)। जीरो टॉलरेंस की राह पर चल रही प्रदेश सरकार विकास के नए पैमाने छू रही है। साथ ही संवेदनशील प्रदेश सरकार कन्यादान करके गरीब परिवारों के शादी योग्य बेटियों के हाथ भी पीले करा रही है। सूर्य के उत्तरायण होते ही प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन करेगी। इसके लिए इच्छुक वर-वधु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सरकार विवाह का पूरा खर्च उठाते हुए वधु को पैसे और दम्पति को गृहस्थी के जरुरी सामान उपलब्ध कराती है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में करीब 600 से अधिक जोड़ो की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के अंतर्गत हो चुकी है।
सूर्य के उत्तरायण होते ही बेटियों के हाथ होंगे पीले
खरमास खत्म होते ही 14 जनवरी के बाद शुभ मुहूर्त में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का आयोजन किया जाएगा। समाज कल्याण अधिकारी जीआर प्रजापति ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 15 जनवरी के बाद शुभ मुहूर्त में शादिया कराई जाएंगी। अविवाहित, विधवा, तलाकशुदा सभी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। विवाह के लिए निराश्रित कन्या, विधवा महिला की पुत्री, दिव्यांगजन अभिभावक की पुत्री, ऐसी कन्या जो दिव्यांग हो, को प्राथमिकता भी दी जाएगी। इसके अलावा इस योजना का लाभ प्रदेश के उन सभी परिवारों को मिलेगा, जिनकी वार्षिक आय 2 लाख रुपये तक हो और कन्या की आयु 18 एवं वर की आयु 21 वर्ष से अधिक है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में पूरा खर्च उठाती है सरकार
सामूहिक विवाह के आयोजन में प्रत्येक जोड़े पर 51000 खर्च किए जाएंगे हैं। जिसमें 35000 कन्या के बैंक खाते में हस्तांतरित किया जाएगा और 10,000 की विवाह संस्कार सामग्री वर-वधू को विवाह के समय उपलब्ध करवाई जाएगी है। विधवा, तलाकशुदा के मामले में 5 हज़ार रुपये तक की वैवाहिक सामग्री दी जाएगी और 40 हजार रुपए खाते में दिए जायेंगे। समाज कल्याण विभाग द्वारा अन्य सभी व्यवस्थाओं के लिए 6000 प्रति जोड़ा खर्च किया जाएगा.