वाराणसी (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की राजनी-टी कैंपेन की टीम शुक्रवार को सोनातालाब स्थित महावीर कालोनी में कारोबारियों के बीच पहुंची। अपने बीच टीम को देखकर उद्यमियों व व्यापारियों ने अपनी बातों को गंभीरता से रखा। कहा कि चुनाव के ऐन मौके पर टीम आयी है। इस प्लेटफार्म के माध्यम से हम सभी अपनी बातों को प्रमुखता रखें। फिर क्या किसी ने जीएसटी की जटिलता तो शहर की समस्याओं को रखा। वहीं किसी ने हास्पिटल, एजुकेशन को डेवलप करने की बात कही। फिलहाल सभी का यह कहना था कि सरकार तमाम डेवलपमेंट के कार्य कर रही है, लेकिन देश की रीढ़ की हड्डी है इकोनॉमिक, इस पर सरकार का कोई फोकस नहीं है। जब इकोनॉमिक मजबूत होगी, तभी देश विकसित होगा। इसके लिए जिसकी भी सरकार सत्ता में वह सबसे पहले जीएसटी का सरलीकरण करें तभी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.
दिल खोलकर रखी बात
कारोबारियों ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 आने वाला है। सोशल मीडिया के जमाने में कारोबारी अपनी बातों को खुलकर रख रहे हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में कौन से ऐसे मुद्दे हैं जो काफी प्रभावी रहने वाले हैं। देश में चल रहे हैं मुद्दे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से लेकर परिवारवाद और मौजूदा शिक्षा नीति पर बात की, कहा कि शहर में शिक्षा और मेडिकल का विस्तार होना चाहिए.
व्यापार का बेड़ा गर्क
जीएसटी की जटिलताओं से परेशान व्यापारियों ने कहा कि जबसे जीएसटी लागू हुआ है तबसे व्यापार का बेड़ा गर्क हो गया है। इतनी बार इसमें एमेंडमेंट हो चुका है कि हर कारोबारी इससे परेशान है। लगातार व्यापारी मांग कर रहे हैं कि इसमें सुधार की काफी जरूरत है, लेकिन सरलीकरण नहीं किया जाएगा.
सरलीकरण वाले पार्टी को वोट
कारोबारियों ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के राजनी टी में अपनी बातों को प्रमुखता रखते हुए कहा कि सरकार सिर्फ डेवलपमेंट का कार्य कर रही है, लेकिन जीएसटी में सरलीकरण की कोई बात नहीं हो रही है। इसको देखते हुए कई कारोबारियों ने तय कर लिया है कि जो प्रत्याशी जीएसटी के सरलीकरण की बात करेगा उसी को वोट करेंगे।
विभागीय नोटिस से परेशान
व्यापारियों ने कहा कि हर बार चुनाव आते ही सभी प्रत्याशी वोट लेने के लिए कहने लगते हैं कि जितनी भी समस्याएं सत्ता में आने में दूर कर दूंगा लेकिन ऐसा होता नहीं है। आज हर कारोबारी जीएसटी के नोटिस से परेशान है। शासन-प्रशासन से लेकर सभी को पता है लेकिन आज तक इसका समाधान नहीं किया गया। जीएसटी व्यापार को सरलीकरण के लिए लाया गया था लेकिन यह तो व्यापार में सबसे बड़ा रोड़ा बन गया है।
प्रत्याशी ऐसा जो समस्याओं का समाधान करे
फिलहाल कारोबारियों ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के मंच पर खुलकर बोला कि प्रत्याशी ऐसा होना चाहिए जो सभी की समस्याओं को समाधान कर सके। इनकम टैक्स, जीएसटी, यूपीसीडा, प्रदूषण विभाग, फूड विभाग समेत कई ऐसे विभाग हैं जो कारोबार शुरू होने से पहले ही पहुंच जाते हैं। ऐसे में जो कारोबारी उद्योग लगाना चाहता, वह डिपार्टमेंट की कार्यप्रणाली से परेशान होकर बंद कर देता है।
सिटी में जाम के चलते कारोबार करना मुश्किल हो गया है। चुनाव आने वाला है और सभी प्रत्याशी अपने-अपने मुद्दे लेकर आने वाले हैं.
मनोज जायसवाल
एमएसएमई में सरकार बहुत सारी योजनाएं लाई गई हैं, लेकिन एक भी स्कीम का लाभ कारोबारियों को नहीं मिलता.
दिप्तीमान देव गुप्ता
सरकार डेवलपमेंट का काम कर रही है लेकिन व्यापार हित में कोई कार्य नहीं हो रहा है। जीएसटी में सुधार होना चाहिए.
निलेश गुजराती
जीएसटी में जो 45 दिन का प्रावधान लाए है, उसे हटा देना चाहिए। यह कारोबार के हित में नहीं है। सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए.
विनय जायसवाल
शहर का विकास हो यह सभी चाहते हंै लेकिन व्यापारियों के लिए नया कुटीर उद्योग नगर होना चाहिए। हम उन्हीं प्रत्याशी को चुनेंगे जो व्यापार को ध्यान दे.
सतीश जायसवाल
टैफिक की समस्याओं को दूर करने वाला प्रत्याशी होना चाहिए। शिक्षा और एजुकेशन का विस्तार होना भी जरूर है तभी शहर का विकास होगा.
पंकज सोनकर
चुनाव आने वाला है। अब सभी प्रत्याशी अपने-अपने मेनफेस्टो को लाएंगे और आम पब्लिक को रिझाएंगे। पब्लिक को ध्यान रखना है कि प्रत्याशी वहीं हो जो व्यापार पर ध्यान दे.
कुंवर यादव
आज तक शहर में एक भी उद्योग नहीं लगा है। सरकार को डेवलपमेंट के साथ उद्योगों पर ध्यान रखना चाहिए। कुटीर नगर बनना चाहिए.
अनिल मौर्या