वाराणसी (ब्यूरो)। अतिथि देवो भव: काशी में आए अतिथियों का वेलकम करिए न कि उनके साथ छल। काशी के टूरिज्म सेक्टर में रिकॉर्डतोड़ बूम आने के बाद हर गली, मुहल्ले में अनधिकृत एजेंटों की भरमार हो गई। इनमें 80 परसेंट एजेंट ऐसे हैं, जो यूपी टूरिज्म में रजिस्टर्ड ही नहीं हंै। ऐसे में टूरिस्ट आए दिन इनके ठगी का शिकार होते हैं। यूपी टूरिज्म ने रजिस्टर्ड एजेंट बनने के लिए गोल्डेन चांस दिया है। यूपी टूरिज्म ने अपने पोर्टल को एजेंटों के लिए ओपेन कर दिया है.
80 परसेंट एजेंटों का रजिस्ट्रेशन ही नहीं
श्री काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद टूरिज्म सेक्टर में बूम सी आ गई है। बेतहाशा टूरिस्टों की संख्या को देखते हुए हर गली, मुहल्ले में अनधिकृत एजेंटों की बाढ़ सी आ गई है। एजेंट टूरिस्टों का एयर टिकट, रेलवे टिकट, बोटिंग कराने से लेकर शॉपिंग कराने तक का बीड़ा उठा लेते हैं। इनके कनेक्शन सभी होटलों, लॉज और गेस्ट हाउस से होते हैं, लेकिन किसी के पास ऑथराइज्ड लाइसेंस नहीं होता। इसके चलते आए दिन टूरिस्ट ठगी का शिकार होते हैं.
यूपी टूरिज्म की सराहनीय पहल
यूपी टूरिज्म ऐसे एजेंटों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए यूपी टूरिज्म के पोर्टल पर रजिस्टर्ड एजेंट बनने का सुनहरा मौका दिया है। जिन एजेंटों का रजिस्टे्रशन नहीं है वह यूपी टूरिज्म के पोर्टल पर जाकर फार्म भरकर रजिस्टर्ड एजेंट बन सकते हैं। इससे यूपी सरकार की तरफ से जितनी भी योजनाएं वह मिलेगी.
राज्यों में जाने का मिलेगा
यूपी के टूरिज्म के प्रमोट करने के लिए यूपी सरकार ने टूरिज्म पॉलिसी में काफी सुधार किए हैं। यूपी टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए अहमदाबाद, गुजरात, बंगलुरू, दिल्ली, मेरठ, आगरा, जयपुर, मद्रास, तमिलनाडु समेत कई राज्यों में जहां-जहां फेयर लगता है वहां पर रजिस्टर्ड एजेंटों को जाने का मौका मिलता है। फेयर में वह स्टाल लगाते हैं, इसके लिए खर्च भी यूपी सरकार ही वहन करती है। रजिस्टर्ड एजेेंट यूपी टूरिज्म की खूबियों को बारे में लोगों को बताते हंै.
20 एजेटों ने लिया रजिस्ट्रेशन
यूपी टूरिज्म के पोर्टल पर अब तक 20 एजेंटों ने टूरिज्म का फार्म भरकर रजिस्टर्ड एजेंस बन चुके हैं, लेकिन टूरिज्म डिपार्टमेंट का टार्गेट है कि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ लें। करीब दो सौ लोगों को रजिस्ट्रेशन कराने का लक्ष्य है। यूपी टूरिज्म के अधिकारियों की मानें तो यह एजेंटों के लिए अच्छा मौका है। रजिस्टर्ड एजेंट बन जाने पर सरकार की तरफ से अच्छी सुविधाएं मिलती हैं.
काशी में प्रतिदिन लाखों की संख्या में टूरिस्ट आ रहे हैं। ऐसे में एजेंटों की संख्या काफी बढ़ गई है। इन एजेंटों को रजिस्टर्ड एजेंट बनने के लिए सरकार ने पोर्टल की शुरुआत की है। पोर्टल पर फार्म को भरकर जिन एजेंटों का रजिस्ट्रेशन नहीं है, वह रजिस्टर्ड एजेंट बन सकते हैं.
आरके रावत, पर्यटन अधिकारी
काशी में राजस्थान, कर्नाटक, जयपुर, खासकर साउथ से बड़े पैमाने पर टूरिस्ट आ रहे हैैं। एजेंटों का रजिस्ट्रेशन न होने से आए दिन टूरिस्ट ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में सरकार ने इनको अच्छा मौका दिया है.
राहुल मेहता, अध्यक्ष, टीडब्ल्यू
रजिस्टर्ड एजेंट को दूसरे राज्यों में जाने का मौका मिलता है। सारे खर्च का वहन सरकार करती है। जिन एजेंटों का रजिस्ट्रेशन नहीं है, वह यूपी पोर्टल पर जाकर रजिस्टे्रशन करा सकते हैं.
संतोष सिंह, अध्यक्ष, गिल्ड
गवर्नमेंट ने टूरिज्म पालिसी लाई है। यह सभी के लिए काफी अच्छा है। टूरिज्म सेक्टर में भी काफी बूम आया है। हर गली, मुहल्ले में एजेंटों की संख्या बढ़ गई है। रजिस्टर्ड एजेंटों को सरकार सब्सिडी भी देती है.
प्रवीण मेहता, मेंबर, गिल्ड