वाराणसी (ब्यूरो)। दुर्गा पूजा के लिए शहर के सभी पंडाल सजने लगे हैैं। हर बार अपनी ओर ध्यान खींचने वाला हथुआ मार्केट का पंडाल इस बार भी आकर्षण का केंद्र रहेगा। 48 वर्ष से दुर्गा पूजा का कार्यक्रम करा रही प्रीमियर ब्वायज क्लब समिति हर वर्ष होने वाला दुर्गा पूजा का कार्यक्रम भगवान शिव को समर्पित करती है। इस बार भी भगवान शिव की थीम को रखते हुए कर्नाटक के मुरुदेश्वर मंदिर की कलाकृति को दर्शाया जाएगा, जिसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। वाराणसी में हर बार दुर्गा पूजा के लिए पंडालों में नई थीम देखने को मिलती है। हर बार की तरह इस बार भी हथुआ मार्केट का पंडाल अनोखे थीम पर पर सजाया जा रहा है। इस बार आपको पंडाल में मुरुदेश्वर मंदिर की कलाकृति देखने को मिलेगी।
कर्नाटक में स्थित है मुरुदेश्वर मंदिर
मुरुदेश्वर कर्नाटक राज्य के उत्तर कन्नड़ जिले की भटकल तालुका में स्थित एक नगर है। यह भटकल नगर से लगभग 13 किमी दूर अरब सागर तट पर स्थित है। यह एक हिन्दू तीर्थस्थल है और यहां विश्व का दूसरी सबसे बड़ी भगवान शिव की मूर्ति है। यहां का मुरुदेश्वर मंदिर भी प्रसिद्ध है। इस मंदिर का निर्माण 2008 में पूर्ण हुआ था और इस मंदिर की ऊंचाई 249 फीट है.
मुरुदेश्वर मंदिर की दिखेगी कलाकृति
हथुआ में होने वाले दुर्गा पूजा के लिए पंडाल को मुरुदेश्वर मंदिर की थीम में सजाने के साथ-साथ भगवान शिव की एक बड़ी मूर्ति आपको प्रवेश करते ही दिखाई देगी। इसके मूर्ति को प्रवेश द्वार के सामने स्थापित करने का कारण यह भी है कि पंडाल में आने वाले सभी श्रद्धालु भगवान शिव का दर्शन करके अंदर प्रवेेश करें.
शिव को समर्पित कार्यक्रम
मंदिर के कोषाध्यक्ष डा। संजय गुप्ता ने बताया कि हर बार उनकी समिति पूरा कार्यक्रम भगवान शिव को समर्पित करती है। उनकी समिति भगवान शिव के कई मंदिरों की थीम पर पंडाल सजा चुकी है जिसमें विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर, जगन्नाथपुरी समेत कई अन्य मंदिर शामिल हैं। संजय गुप्ता कहते है कि पूरे विश्व में एक ही शक्ति है और वह है महामाया। इसलिए इसको दिखाते हुए स्टेज को उनके थीम पर सजाया जाएगा। महाकाली, महालक्ष्मी, मां सरस्वती का संगम दिखाया जाएगा। इसको दिखाकर लोगों तक यह संदेश देना है कि हर कण में मां दुर्गा का वाश है। उनकी समिति को 48 वर्ष पूरे हो चुके हैं.
कल्चरल प्रोग्राम भी होंगे
दुर्गा पूजा के आखिरी दिन यानी 24 अक्टूबर को विभिन्न तरह के कल्चरल प्रोग्राम का भी आयोजन होगा। इसमें नृत्य प्रतियोगिता, गणेश वंदना, शिव आरती, मां दुर्गा की प्रतिमा से संबंधित नृत्य का कार्यक्रम आदि होंगे। यह कार्यक्रम पूर्व विधायक अजय राय, संजय गुप्ता कोषाध्यक्ष, रवि अग्रहरी, डॉ। रमेश दत्त पांडे, अजय जायसवाल समेत कई लोगों के द्वारा कराया जाता है। पंडाल को तैयार करने के लिए कारीगर दिन-रात काम पर लगे हुए हैं। साथ ही समिति के लोग भी आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं। हर बार की तरह इस बार भी भव्य तरीके से इस कार्यक्रम को कराया जा रहा है.