गाजीपुर : गाजीपुर सिटी और घाट स्टेशन के बीच 126-31 किमी के पास रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा रखने वाले आरोपित सुहवल निवासी आशीष गुप्ता को पुलिस ने आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) के नीचे से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 15 सितंबर को ट्रैक पर रखे लकड़ी के टुकड़ा से टकरा कर नई दिल्ली जा रही 12561 स्वतंत्रता सेनानी का इंजन फेल हो गया था। बाद में दूसरा इंजन लगाकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया था.
रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए आरपीएफ एसआइ जितेंद्र कुमार सिंह, कांस्टेबल तीर्थराज यादव, कांस्टेबल दुष्यंत सिंह, उप निरीक्षक सीबीआइ वाराणसी हरिश्चंद्र तथा सिविल पुलिस के उप निरीक्षक सुनील कुमार सिंह चार सहकर्मियों संग ट्रैक की निगरानी कर रहे थे। घटना स्थल आरओबी के करीब पहुंचे तो इसी दौरान पुल के ऊपर झाड़ी में किसी के आने का आहट सुनाई दी। आहट सुनकर सुरक्षाकर्मी झाड़ी में छीप गए। एक व्य1ित लकड़ी का फट्टा लिए हुए पुल से उतरकर रेलवे ट्रैक की तरफ बढ़ रहा था। जैसे ही वह ट्रैक पर पहुंचा सुरक्षा कर्मियों ने घेर कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया कि पत्नी और बच्चे चार वर्ष पहले ही छोड़ चुके हैं। वह रात-रात भर सो नहीं पाता है, स्मैक लेता है। रात को वह घूमते रहता है। काफी समय से उसने अपना अड्डा ब्रिज के नीचे ही कोने में बना रखा है। रात में कोई जानवर आदि आए तो उसे भगाने के लिए लकड़ा का फट्टा लिए हुए था। दस सितंबर को भी उसने लकड़ी वहां से उठाया, लेकिन ज्यादा नशा होने के अपने साथ नहीं ले जा सका। तलाशी में उसके पास से एक चिलम और 140 रुपया बरामद हुआ.
यह है मामला
बिहार के जयनगर से चलकर नई दिल्ली जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (12561) ट्रेन रविवार देर रात 2:50 बजे गाजीपुर सिटी स्टेशन से दो किलोमीटर पहले नुरुद्दीनपुरा के पास पटरियों के बीच में रखे लगभग ढाई फीट लंबे, पांच इंच मोटे लकड़ी के टुकड़े से टकरा गई। ट्रेन की गति उस समय लगभग 50 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका लेकिन इंजन की हौज पाइप क्षतिग्रस्त हो गई। इस कारण ट्रेन सुनसान इलाके में लगभग ढाई घंटे तक खड़ी रही। सुबह लगभग पांच बजे औडि़हार स्टेशन से दूसरा इंजन लाकर उसे आगे रवाना किया गया.