गाजीपुर : तहसील में चाय-नाश्ता खर्च के नाम पर करीब 30 लाख रुपये गबन के आरोपित तहसील कर्मी शकील अहमद ने गुरुवार को वाराणसी स्थित भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस मामले में दो चाय विक्रेताओं को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. करीब एक माह पहले तहसीलदार देवेंद्र यादव ने तहसील कर्मी शकील अहमद और चाय विक्रेताओं प्रमोद यादव व धर्मेंद्र मोदनवाल के खिलाफ 20 लाख रुपये के गबन का मुकदमा कायम कराया था। शकील के खिलाफ सरकारी दस्तावेज चोरी का भी मुकदमा कायम हुआ था। आरोप था कि बाबू ने फर्जी हस्ताक्षर कर चेक जारी करा लिया था। इस चेक की बदौलत उसने भुगतान किया है। पुलिस की जांच में यह मामला 30 लाख तक पहुंच गया है। फौरी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीनों चाय विक्रेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन शकील फरार चल रहा था। कुछ दिन पहले पुलिस ने शकील के खिलाफ 82 की कार्रवाई करते हुए खानपुर थाना क्षेत्र के रामपुर स्थित उसके आवास पर नोटिस चस्पा किया था। पुलिस का दबाव बढ़ता देख उसने कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया.