गाजीपुर : सब्जी कारोबार की आड़ में नौवीं पास जाहिद उर्फ सोनू इतना खूंखार बन जाएगा, इसका लोगों को तनिक भी अंदाजा नहीं था। गांव में एकदम साधारण सा दिखने वाले के जाहिद को कम समय में अकूत संपत्ति कमाने की ऐसी लत लगी कि आरपीएफ के जवानों की हत्या कर अपनी मौत की तारीख तय कर दी। मुठभेड़ में मारे जाने के बाद लोगों को पता चला कि उसके ऊपर एक लाख का इनाम घोषित था। गांव के लोग भी उसकी करतूत सुनकर सन्न हो गए हैं। यही कारण है कि उसके मारे जाने के बाद रिश्तेदार व घर के सदस्यों को छोड़कर कोई नहीं पहुंचा. पटना के फुलवारी शरीफ गांव निवासी जाहिद उर्फ सोनू तीन भाई व तीन बहनों में सबसे छोटा था। इसकी शादी करीब पांच वर्ष पूर्व हुई थी। घर की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते वह क्षेत्र में ही सब्जी का व्यापार शुरू किया। इसी बीच उसकी मुलाकात कुछ शराब तस्करों से हो गई। पहले छोटे पैमाने पर शराब तस्करी शुरू किया। धीरे-धीरे रुपयों की लालच बढ़ती गई और गिरोह बनाकर तस्करी करने लगा। रुपये ज्यादा आने लगे तो उसके रहन-सहन में भी बदलाव हो गया। सब्जी का कारोबार छोड़कर पूरी तरह से शराब तस्करी में जुट गया। पुलिसकर्मियों व सफेदपोशों से पहचान हो गई तो जाहिद की अकड़ भी बढ़ गई। एक तरह शराब तस्करी से कमाई संपत्ति व दूसरे सफेदपोशों के सिर पर हाथ होने से वह अपराध जगत में पूरी तरह उतर चुका था। अकूत संपत्ति के लालच में उसे दो जवानों की हत्या का आरोपित बनाया तो इसकी कीमत भी उसे जान गंवाकर चुकानी पड़ी।