वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर, चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ जवान प्रमोद कुमार और मो। जावेद की पिछले दिनों हुई हत्या रेलवे में ही काम करने वाले गैंगमैन वीलेंद्र पासी के गैंग के शराब तस्करों ने की थी। एसटीएफ ने गैंगमैन सहित चार आरोपितों को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ जब आरोपितों को घटनास्थल पर जवानों के पर्स और मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए ले गई तो आरोपित प्रेमचंद दारोगा सुरेश मौर्या की पिस्टल लेकर फायरिंग करते हुए भागने लगा। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली पैर में लगने से वह घायल हो गया। गिरफ्तार चारों तस्करों को जेल भेज दिया गया और नौ अन्य फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।
आरपीएफ के दोनों जवानों गाजीपुर के देवैथा निवासी मो। जावेद और बिहार के आरा भोजपुर जनपद के करका निवासी प्रमोद कुमार को बिहार के मोकामा ट्रेनिंग सेंटर जाना था। उन्होंने 19 अगस्त को आधी रात के बाद पीडीडीयू स्टेशन से बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी। अगले दिन दोनों के अर्धनग्न अवस्था में शव दिल्ली-हावड़ा मेन रेल ट्रैक पर गाजीपुर के गहमर के बकैनिया के पास मिले थे। हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद गाजीपुर पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस को कामयाबी न मिलते देख एसटीएफ गौतमबुद्धनगर के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा के नेतृत्व में टीम ने जांच शुरू की। एसटीएफ के उपनिरीक्षक अक्षय पीके त्यागी के नेतृत्व में टीम ने जांच शुरू की तो उन्हें मुखबिर से पता चला कि घटना में बिहार के शराब तस्करों का गिरोह शामिल है।
एसटीएफ ने वारदात वाली रात घटनास्थल पर सक्रिय फोन नंबरों को खंगाला तो पांच हजार नंबर सामने आए। आगे जांच की गई तो एक दर्जन मोबाइल नंबर ऐसे पता चले जो उस रात के बाद बंद हो गए थे। इतना ही नहीं, ये सिम भी दो-तीन पहले ही एक्टिवेट हुए थे। इस तरह एसटीएफ ने पटना के नैउरा कालोनी निवासी पंकज कुमार, भगवतीपुर निवासी प्रेमचंद व जानीपुर निवासी विनय कुमार को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ में पटना के उसरी बाजार निवासी विलेंद्र पासी का नाम सामने आया। विलेंद्र रेलवे में पीडीडीयू के नारायनपुर में गैंगमैन है और शराब तस्करों का गैंग चलाता है। एसटीएफ ने विलेंद्र को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि 19 अगस्त को शराब लेने के लिए वे लोग चंदौली के अलीनगर गए थे। वहां एक ठेके से सुरेंद्र नामक व्य1ित से शराब ली और बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में बैठ गए। ट्रेन को पीडीडीयू जंक्शन से नानस्टाप पटना पहुंचना था लेकिन शराब चढ़ाने और उतारने को 10 बार चेन पुलिंग हुई। उस दिन भी गहमर पहुंचने तक कई बार चेन पुलिंग कर शराब लोड हुई। कुचमन स्टेशन से पहले चेन पुलिंग हुई तो आरपीएफ के दोनों सिपाही जावेद एवं प्रमोद भी वहां आ गए। उन्होंने चेन पुलिंग व शराब की तस्करी का विरोध किया। संख्या में अधिक होने के कारण तस्करों ने दोनों जवानों की बेरहमी से पिटाई की और कपड़े फाड़ दिए। लोगों ने पूछा तो तस्करों ने जवानों को चोर बता दिया और मौका देखकर चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया।
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शराब तस्करी में शामिल एक-एक व्य1ित पकड़ा जाएगा। पीडीडीयू के शराब लाइसेंसियों का स्टाक रजिस्टर चेक किया जाएगा। पता लगाया जाएगा कि किस लाइसेंसी ने ज्यादा माल उठाया है। ऐसे लोगों के नंबर भी सर्विलांस पर लेकर शराब तस्करों से संबंधों का पता लगाया जा रहा है। जल्द बड़ा आपरेशन होगा और कई चेहरे बेनकाब किए जाएंगे।
-डा। ओपी सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक, वाराणसी परिक्षेत्र