वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर के नोनहरा थाना क्षेत्र के कठवामोड़ स्थित मंदिर में एक शादी देखने के लिए सैकड़ों की भीड़ जमा रही। यह शादी ऐसी थी कि लोग अपने को रोक नहीं सके। एक युवती पुलिस की मदद से अपने बुआ के लड़के से शादी रचाई और खुशी से विदा हुई।
युवती कुछ माह पूर्व अपने बुआ के घर गई। कुछ ही दिनों में बुआ के लड़के से उसे प्यार हो गया। दोनों ने एक साथ जीने-मरने की कसमें भी खाई। युवती गर्भवती हो गई तो बुआ का लड़का शादी से इन्कार कर दिया। थाने में गुहार लगाई तो मामला नहीं बना। इस पर वह समर्पण संस्था की संरक्षक सविता सिंह के पास पहुंची और गुहार लगाई। सविता सिंह उसे लेकर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के पास पहुंचीं। मामला उच्चाधिकारियों के पास जाने के बाद नोनहरा पुलिस सक्रिय हुई और युवक को पकड़कर लाकअप में बंद कर दिया। दो दिन तक पंचायत चली। युवक शादी के लिए राजी नहीं हो रहा था। ऐसे में समर्पण संस्था के सदस्य मुकदमा दर्ज कराकर उसे जेल भेजने की जिद पर अड़ गए। जेल जाने के भय से युवक तैयार हुआ, तब जाकर शिव मंदिर में शादी हुई।