गाजीपुर : कासिमाबाद क्षेत्र के बरेसर के माटा गांव निवासी मौलवी शान अहमद के खिलाफ बलिया के नरही थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने मतांतरण के लिए जबरन दबाव बनाने, लैंगिक शोषण व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि मौलवी माटा गांव में दरबार चलाता है। महिलाओं-युवतियों का यौन शोषण करता है और जबरन मतांतरण कराता है। 10-15 हिंदू लड़कियों के साथ दुष्कर्म कर उनका मतांतरण कराकर उसने उन्हें अपने पास ही रखा है, जो उसकी सेवा में लगी रहती हैं। पीडि़त महिला ने पुलिस को बताया कि दो मई, 2021 को उसकी शादी हुई थी। ससुराल वाले मौलवी शान अहमद के काफी प्रभाव में हैं और वह घर भी आता-जाता है। मौलवी ने ससुराल वालों से कहा कि इसके ऊपर शैतान है और इसे मेरे दरबार में ले आओ। पीडि़ता का आरोप है कि मौलवी इस्लामिक रीति-रिवाजों का पालन करने के लिए दबाव बनाता था। हिंदू देवी-देवताओं के लिए अपशब्द का प्रयोग करता था। उसके पति के बार-बार कहने पर वह उनके साथ 18 मार्च, 2024 को माटा गांव स्थित मौलवी के दरबार में गई। मौलवी उसे अपने किलेनुमा मकान के एक कमरे में ले गया और अश्लील हरकत करने लगा। पीडि़ता ने विरोध किया तो उसने कहा कि तुम्हें इस्लाम कुबूल कर खुद को समर्पित करना ही होगा, वरना तुम्हें व तुम्हारे परिवार को खत्म करा दूंगा। पीडि़ता किसी तरह बचकर वहां से निकल सकी। वह काफी डर गई थी। माता-पिता के हौसला देने के बाद उसने हिम्मत जुटाकर मौलवी के खिलाफ बरेसर थाने में एफआइआर दर्ज कराई। थानाध्यक्ष राजीव कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मौलवी के खिलाफ जबरन मतांतरण कराने, दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी देने व धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के मामलों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।