वाराणसी (ब्यूरो)। गाजीपुर जिले केबहरियाबाद के बघाई निवासी सहायक अध्यापक अनिल यादव उर्फ सुनील और गहमर के देवकली मोड़ के पास रेवतीपुर के बहोरिकराय पट्टी निवासी विनोद गुप्ता की पुरानी रंजिश में सोमवार की रात पीट कर बदमाशों ने हत्या कर दी। इससे स्वजन में कोहराम मच गया। संबंधित थानों की पुलिस जांच में जुट गई है।
दो बाइकों से आए छह हमलावरों ने अनिल यादव पर किया हमला
बहरियाबाद: बघाई गांव निवासी सहायक अध्यापक अनिल यादव उर्फ सुनील (36) प्रधान प्रतिनिधि का भी कार्य देखते थे। सोमवार की शाम को घर से लगभग एक किमी पश्चिम अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र पर पौधारोपण के लिए रखे पौधों को देखने के लिए पहुंचे। जहां बेलहरा गांव निवासी मनोज यादव व एक अन्य से बातचीत कर रहे थे। तभी दो बाइक पर सवार छह हमलावर लाठी-डंडे के साथ पहुंचे और अनिल के सर पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़े। सहायक अध्यापक को मरणासन्न हालत में पहुंचाने के बाद हमलावर बाइक से बेलहरा गांव की तरफ फरार हो गए।
घटनास्थल से लगभग एक सौ मीटर दूरी पर स्थित मकान में रह रहे लोग तत्काल मौके पर पहुंचे और फोन कर स्वजन को घटना की जानकारी दी। आनन-फानन में भतीजा सौरभ व गौरव पहुंचे। मरणासन्न अनिल को लेकर इलाज के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर गए, जहां इलाज के दौरान ही देर रात उनकी मौत हो गई। अनिल की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। वह छह भाइयों में सबसे छोटे थे। दो भाइयों की पहले ही मौत हो चुकी है। छोटा होने के बावजूद पूरे परिवार की जिम्मेदारी अनिल पर ही थी, जो घर से पांच किलोमीटर दूर तिसड़ा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। वह बीते जनवरी माह में मरदह ब्लाक से मेच्युअल स्थानांतरण कराकर आए थे। पिछले प्रधानी के चुनाव में इन्होंने अपनी भाभी इंदू देवी को चुनाव लड़ाया और वह जीत भी गईं। उन्हीं के प्रतिनिधि का भी कार्य देखते थे।
इधर अनिल यादव के मौत की खबर पर पत्नी नीतू व पिता श्यामकेर और भतीजा-भतीजी व अन्य स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल रहा। उनका बड़ा पुत्र श्रेयांस (4) वर्ष व पुत्री श्रेया दो वर्ष की हैं जिन्हें पता ही नहीं कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे। सीओ सैदपुर शेखर सेंगर ने बताया कि अभी तहरीर नहीं मिली है। पुलिस आगे की कार्रवाई में लगी है।
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आरा मशीन संचालक का टीन शेड के अंदर मिला शव, बाहर से लगा था कुंडा
गहमर : रेवतीपुर के बहोरिक राय पट्टी निवासी 55 वर्षीय विनोद गुप्ता करीब दो दशक से गहमर के देवकली मोड़ के पास अपने निजी भवन में आरा मशीन चलाते थे। परिवार के सभी सदस्य रेवतीपुर ही रहते हैंं, जबकि वह देवकली में आरा मशीन की ही देखरेख करते थे। रोज की भांति यह सोमवार की रात में खाना खाकर सो गए। सुबह टहलने जाने के लिए आए अन्य लोगों ने बहुत देर तक आवाज लगाई, लेकिन दरवाजा न खुलने पर उन्हें अनहोनी की आशंका हुई। धीरे-धीरे वहां लोगों की भारी भीड़ जुट गई। लोगों ने घटना की सूचना सेवराई चौकी पुलिस को दी। पुलिस ने पहुंचकर देखा तो बिस्तर पर विनोद गुप्ता मृत पड़े थे। उनकी गर्दन व कंधे पर चोट के निशान मिले हैं। तब तक स्वजन भी पहुंच गए। परिवार के लोगों ने बताया कि पिछले 30 साल से वह यहीं रहकर पहले कबाड़ी फिर आरा मशीन चलाते थे। टीन शेड में ही वह रहते थे। आरा मशीन बंद होने के बाद यह यहां रहकर निगरानी करते थे। उनकी चार पुत्रियां व एक पुत्र हैं। पत्नी शीला देवी एवं अन्य पारिवारिक जनों का रो-रोकर बुरा हाल है। फारेंसिक टीम ने जांच की। दीवार पर पैर के निशान मिले हैं। जिससे आशंका जताई जा रही है कि इनकी भी पीटकर हत्या के बाद हत्यारे दीवार फांदकर फरार हुए होंगे। गहमर कोतवाल अशोक मिश्रा ने बताया कि पुत्र विकास कुमार गुप्ता ने तहरीर दी है, जांच की जा रही है।