वाराणसी (ब्यूरो)। श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद बनारस में बढ़ी विकास की लहर में गैस अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड (गेल) की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। इसकी तरफ शहर के अधिकतर इलाकों में पाइपलाइन बिछाने के साथ कनेक्शन भी दे दिए गए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शहर में लगभग 33 हजार घरों में पीएनजी से खाना बन रहा है, जो कि उन्हें काफी सस्ती पड़ रही है। साथ ही उन्हें सिलेंडर बुक करने, हॉकर की राह ताकने आदि से छुट्टी मिल चुकी है। अन्य इलाकों में भी पाइपलाइन का कार्य लगभग पूरा हो गया है और वहां भी जल्द ही कनेक्शन देने का प्रॉसेस शुरू हो जाएगा।
बढ़ रही है मांग
काशी में एक और गंगा प्रवाहित हो रही है। जल की तरह घरों तक पीएनजी यानी खाना बनाने के लिए गैस पहुंच रही है। गेल इंडिया की ओर से प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना के तहत किफायती दाम पर पाइप लाइन से पीएनजी पहुंचाई जा रही है। सस्ता, सुरक्षित और इस्तेमाल करने में आसान पीएनजी की मांग बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि यह परियोजना तेजी से विस्तार कर रही है।
48930 घरों में मीटर
गेल के महाप्रबंधक सुशील कुमार ने बताया कि पीएनजी गैस से वाराणसी में करीब 33 हजार घरों में चूल्हे जल रहे हैं। 72600 घरों तक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा चुका है और 48930 घरों में मीटर भी लग चुका है। गेल इंडिया लिमिटेड ने 89 किलोमीटर से अधिक पीएनजी की स्टील लाइन व एमडीपीई लाइन 852 किमी लगा दी गई है।
952 किमी पाइपलाइन
कुल 952 किमी पाइप लाइन बिछाई गई है। अगले साल मार्च यानी होली तक 50 हजार घरों में पीएनजी पहुंचाने की योजना है। अभी गेल इंडिया की ओर से बीएचयू, करौंदी, सुंदरपुर, कमरमत्ता, चितईपुर, भिखारीपुर, अखरी, सुसुवाही, नरिया, छित्तूपुर, भोजूबीर समेत दर्जनों क्षेत्रों में कनेक्शन दौड़ाकर पीएनजी की आपूर्ति की जा रही है.
इस समय बीएचयू, करौंदी, सुंदरपुर, अखरी, सुसुवाही, नरिया, छित्तूपुर आदि में सप्लाई चल रही है। अन्य इलाकों में भी पाइपलाइन के साथ मीटर लगाने आदि का कार्य पूरा हो गया है। जल्द ही वहां भी कनेक्शन दे दिया जाएगा.
सुशील कुमार, महाप्रबंधक, गेल