वाराणसी (ब्यूरो)। दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में बृहस्पतिवार यानी 24 अगस्त से जी-20 बैठक का आगाज होगा, जो संस्कृति मंत्रियों की ग्रुप बैठक के साथ 26 अगस्त को समापन होगा। कार्यक्रम में पयर्टन एवं संस्कृति मंत्री जी। किशन रेड्डी चीफ गेस्ट होंगे। साथ में विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। बैठक में सभी देशों के संस्कृति मंत्री भी शामिल होंगे। तीन दिनों तक चलने वाली बैठक में सांस्कृतिक संपत्ति का संरक्षण और पुनसर््थापना, एक सतत भविष्य के लिए जीवित विरासत का दोहन, सांस्कृतिक, रचनात्मक उद्योग और रचनात्मक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने समेत आदि विषयों पर मंथन होगा। इस दौरान संस्कृति सभी को एकजुट करती है विषय पर विशेष डाक टिकट जारी किया जाएगा। मेहमानों के लिए सुर वसुधा शीर्षक से एक विशेष जी-20 ग्लोबल ऑर्केस्ट्रा का प्रदर्शन भी किया जाएगा.
काशी की संस्कृति से रूबरू होंगे मेहमान
जी-20 को लेकर काशी में तमाम आयोजन किए जा रहे हैं। देश-दुनिया से आने वाले करीब 200 डेलीगेट्स काशी की कला संस्कृति से रूबरू हो होंगे। जी-20 के तहत कल्चरल वर्किंग गुप की बैठक 24 अगस्त से 26 अगस्त तक होनी है। इसमें हिस्सा लेने वाले मेहमानों के आने का सिलसिला बुधवार शाम से शुरू होगा। प्रस्तावित कल्चरल वर्किंग गुु्रप की बैठक होटल ताज और टीएफसी में होगी.
एयरपोर्ट से लेकर नदेसर तक विशेष सजावट
मेहमानों के स्वागत के लिए एयरपोर्ट से होटल तक तमाम स्वागत के इंतजाम किए गए हैं। एयरपोर्ट से निकलते ही ग्रुप का स्वागत हरहुआ, गिलट बाजार और नदेसर पर किया जाएगा। सभी जगहों पर अलग- अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मेहमान भारत के अलग-अलग राज्यों के लोकनृत्य का आनंद ले पाएंगे। 25 अगस्त को दुनिया के 20 शक्तिशाली देशों के सांस्कृतिक मंत्रियों की बैठक है। बैठक में शामिल होने के बाद सभी सदस्य गंगा आरती में शामिल होंगे। काशी के 84 घाटों के साथ सारनाथ भ्रमण करेंगे। बाबा विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेकेंगे। मेहमानों को काशी के व्यंजनों का अलग-अलग स्वाद भी चखने को मिलेगा। भारत की सांस्कृतिक विरासत से मेहमान रूबरू होंगे। काशी इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा.
संस्कृति की भूमिका पर जोर
2020 में सऊदी अरब प्रेसीडेंसी के तहत संस्कृति मंत्रियों की पहली बार जी-20 से इतर बैठक हुई। 2021 में इतालवी प्रेसीडेंसी के दौरान संस्कृति को एक कार्य समूह के रूप में औपचारिक रूप दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप जी-20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक हुई और परिणामी रोम संस्कृति मंत्रियों की घोषणा हुई। इंडोनेशियाई प्रेसीडेंसी के तहत 2022 की बाली घोषणा ने सतत विकास में संस्कृति की भूमिका पर जोर दिया। वाराणसी में यह बैठक चौथी बार होगी, जिसमें जी-20 सदस्यों और आमंत्रित देशों के संस्कृति मंत्री शामिल होंगे.
परिणाम पर पहुंचना है लक्ष्य
खजुराहो, भुवनेश्वर और हम्पी में पिछली तीन सीडब्ल्यूजी बैठकों के साथ-साथ चार वैश्विक विषयगत वेबिनार की सफलता के आधार पर वाराणसी में 24 से 26 अगस्त तक चौथी सीडब्ल्यूजी बैठक का लक्ष्य संस्कृति को स्थापित करते हुए कार्रवाई योग्य परिणामों पर पहुंचना है। समावेशी विकास के लिए वैश्विक कथा को आकार देना नामक एक व्यापक रिपोर्ट में एकत्रित किया गया है। यह रिपोर्ट, भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी के कल्चर वर्किंग द्वारा दी गई है। समूह, संस्कृति मंत्रियों की बैठक के एक भाग के रूप में वाराणसी में लांच किया जाएगा.