वाराणसी (ब्यूरो)। ज्ञानवापी परिसर के दक्षिणी छोर पर स्थित व्यास तहखाने में पूजा-पाठ शुरू होने के बाद शुक्रवार को दूसरे जुमे की नमाज तनावपूर्ण माहौल में शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस बार की नमाज के लिए करीब 1500 लोग ज्ञानवापी पहुंचे थे और अकीदत के साथ नमाज अदा की। हालांकि ज्ञानवापी मस्जिद, लगड़ा मस्जिद, जामा मस्जिद समेत शहर के सभी मस्जिदों के बाहर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात रही। लगभग सभी मस्जिदों में नमाजियों की संख्या अधिक होने के कारण किसी भी नमाजी को जाने से रोका नहीं गया। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में बरामदे में भी लोगों ने नमाज पढ़ी। अशांति की आशंका को देखते हुए प्रमुख मस्जिदों के बाहर शाम तक पुलिस फोर्स मौजूद थी.
257 मस्जिदों में भी शांतिपूर्वक नमाज
मुस्लिम इलाकों में नमाज को लेकर दोपहर 12 बजे के बाद चहलकदमी बढ़ गई। मुस्लिम घरों से निकलने वाले लोग सीधे अपने इलाके के मस्जिद पर पहुंच रहे थे। मस्जिद पहुंचने वाले अधिक लोग मौन होकर चल रहे थे। आपस में भी कोई किसी से बात नहीं कर रहा था। इसी तरह ज्ञानवापी परिसर में नमाज के लिए दालमंडी, मदनपुरा, नईसड़क से बड़ी संख्या में लोगों के आने का सिलसिला दोपहर पौने एक बजे से ही शुरू हो गया था। डेढ़ बजे तक 1500 से अधिक नमाजी ज्ञानवापी परिसर में पहुंच गए थे। लोगों ने करीब 50 मिनट तक नमाज पढ़ी।
मीडिया से दूरी बनाई
ज्ञानवापी ही नहीं बनारस जिले की 257 अन्य मस्जिदों में भी शांतिपूर्वक नमाज अदा की गई है। नमाज अदा करने के बाद लोग घर लौट रहे थे। इस दौरान कई न्यूज चैनल और यू ट्यूबरों ने नमाजियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन एक-दो को छोड़कर हर किसी ने मीडिया से दूरी बना रखी थी। मीडिया के लोग सवाल करते रहे, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया.
सीपी समेत सभी पुलिस अफसर भ्रमण करते दिखे
जुमे की नमाज और मौनी अमावस्या पर स्नान के चलते गुरुवार रात से ही पूरे शहर में सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। सुबह होते ही गंगा घाट और मस्जिदों के पास बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात हो गई। समय-समय पर कमिश्नर मुथा अशोक जैन, एडिशनल सीपी एस चिनप्पा समेत सभी सीनियर अधिकारी खुद ज्ञानवापी समेत प्रमुख मस्जिदों का दौरा करते रहे। ज्ञानवापी-गोदौलिया क्षेत्र में शुक्रवार को अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ भाड़ रही, क्योंकि मौनी अमावस्या का स्नान भी था। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जगह-जगह बेरिकैटिंग भी की गई थी। ज्ञानवापी में शांतिपूर्ण नमाज के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा केंद्रीय बलों की भी तैनाती की गई थी। पीएसी के जवान भी ज्ञानवापी और आसपास के एरिया में तैनात रहे।
अलग-अलग क्षेत्रों में रूट मार्च
शरारती तत्वों पर पुलिस की टीमें अलग से निगरानी रख रही थी, ताकि किसी तरह की गलत बातें शेयर न की जाएं। शहर से लेकर देहात एरिया तक प्रमुख मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा के बीच नमाज अदा की गई है। गुरुवार देर रात तक प्रशासनिक अफसरों ने दोनों समुदाय के साथ बैठक की थी। पुलिस की टीमों ने मिश्रित आबादी में रात में पहरेदारी भी की है। डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी ने अपने-अपने क्षेत्रों में बैठक की। इसके अलावा सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही थी। लोकल इंटेलीजेंस यूनिट भी अलर्ट मोड पर थी। पुलिस की टीमों ने अलग-अलग क्षेत्रों में रूट मार्च किया है। संदिग्धों से पूछताछ कर घरों में रहने की हिदायत दी गई है। अफसरों ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।
रेलवे व बस स्टेशनों पर हुई चेंकिंग
जुमे की नमाज और मौनी अमावस्या पर स्नान को लेकर रेलवे व बस स्टेशनों पर सतर्कता देखी। ट्रेनों से बाहर आने वाले यात्रियों की जांच की गई। इसी तरह रोडवेज बस अड्डे पर आने वाले यात्रियों की चेकिंग की गई। संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की गई। शूटकेस और बैग को खोलकर सामान को चेक किया गया.
बाजारों में दिखी चहल-पहल
पहले जुमे की नमाज पर बंदी का ऐलान किया गया था। इसके चलते मुस्लिम इलाकों में जबर्दस्त बंदी का असर था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं था। दालमंडी, नई सड़क, बड़ीबाजार, बजरडीहा, पीलीकोठी, लोहता समेत सभी बाजारों में दुकानें खुली थीं। अन्य दिनों की तरह बाजारों में चहल-पहल दिखी.