वाराणसी (ब्यूरो)। क्रशर मशीन लगाने के नाम पर इंजीनियर के साथ 73 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि उक्त धनराशि लेने के बाद भी न तो मशीन लगाई और न ही पैसे वापस किए गए, बल्कि मशीन महंगी होने के नाम पर 30 लाख रुपये की और मांग की जाने लगी। परेशान होकर पीडि़त ने पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई, जिसके बाद रविवार को रोहनिया थाने में केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है। मूलरूप से बिहार के निवासी इंजीनियर नागेंद्र ङ्क्षसह नुवांव सब्जी मंडी के पास मकान बनवाकर रहते हैं। नागेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि मीरजापुर के अहरौरा में क्रशर प्लांट लगाने के लिए हमने अलास्का इंडिया कंपनी के संचालक धीरेंद्र पांडेय निवासी महमूरगंज से बात की। इनका केशरीपुर, रोहनिया में मशीन बनाने का कारखाना है।
वर्ष 2020 में किया एग्रीमेंट
वर्ष 2020 में 73.25 लाख रुपये देकर एग्रीमेंट किया। कुल 78 लाख देने थे, जिसमें मशीन लगाने और प्लांट चलाने की बात थी। नागेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि काम में देर होने के बाद जब बात की तो 30 लाख की और मांग करते हुए ब्लैकमेल किया जाने लगा। इसके बाद परेशान होकर पैसा वापस करने के लिए गुहार लगाई लेकिन धीरेंद्र पांडेय धमकी देने लगे। इस पर पीडि़त नागेंद्र ङ्क्षसह ने पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन से गुहार लगाई। सीपी के आदेश पर रोहनिया थाने में कंपनी के प्रोपराइटर धीरेंद्र पांडेय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू हो गई है.