वाराणसी (ब्यूरो)। श्रीनगर कालोनी स्थित हरि विलास होटल में आगजनी की घटना ने एक बार फिर सिस्टम पर सवाल खड़ा कर दिया है। ये होटल लंबे समय से बिना फायर एनओसी और अग्निरोधी सुरक्षा उपकरण के ही चल रहा था। अग्निशमन विभाग की जांच में चौकाने वाली जानकारी सामने आई है। बनारस में सिर्फ 80 होटलों के पास ही फायर एनओसी है। ये यहां चल रहे होटलों का सिर्फ दो परसेंट है, क्योंकि काशी में कुल चार हजार होटल इस समय चल रहे हैं। विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद वाराणसी के रिहायशी कालोनी, गंगा घाट किनारे गलियों समेत शहर के प्रमुख इलाकों में तीन हजार से अधिक होटल खुले हैं। अग्निशमन विभाग ने फायर एनओसी नहीं मिलने पर 150 से अधिक होटल को सील करने के लिए डीजी फायर से अनुमति मांगी है.
खुली सुरक्षा की पोल
जनपद में सिर्फ 80 होटल के पास ही फायर एनओसी है। यानी लगभग चार हजार होटल बिना फायर एनओसी के ही के संचालित हो रहे हैं। विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद बनारस हर कोई आना चाहता है। भव्यता और बदलते बनारस को निहारने के लिए टूरिस्ट इंडस्ट्री में बूम देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि तेजी से नए होटल खुल रहे हैं। देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को इन्हीं होटलों में ठहराया जा रहा है। इन सबके बीच क्या इन मेहमानों की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है। यह सवाल बड़ा है, क्योंकि मंगलवार को होटल हरि विलास में आग लगने की घटना ने सुरक्षा की पोल खोल दी है।
डीजी फायर को पत्र
दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी व वीआईपी शहर होने के नाते आए दिन इंटरनेशनल सेमिनार समेत तमाम बड़े आयोजन हो रहे हैं, जिसमें नामी-गिरामी हस्तियां और विदेशी मेहमान शिरकत करते हैं। अप्रैल से सितम्बर के बीच जी-20 की पांच बैठकें भी हुईं। बैठक में शामिल होने के लिए वाराणसी आए मेहमानों ने शहर के विभिन्न होटलों में बुकिंग करायी.
150 को नोटिस
इसी को देखते हुए अग्नि शमन विभाग की ओर से पूरे शहर में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान फायर एनओसी नहीं मिलने पर 150 से अधिक होटल को नोटिस दिया गया है, जिसमें परेठ कोठी के 80 होटल शामिल हैं। इन होटलों को सील करने के लिए लखनऊ मुख्यालय डीजी फायर को पत्र लिखा गया है। अनुमति मिलते ही 150 होटलों को सील किया जाएगा।
चलाया जा रहा अभियान
अग्निशमन विभाग ने जिले में होटल, अस्पताल और नर्सिंग होम की इमारतों में अग्निरोधी सुरक्षा उपकरणों की जांच का अभियान चलाया हुआ है। अभियान के तहत अग्निरोधी सुरक्षा उपकरणों की जांच, संसाधन, स्टाफ को उपकरणों का प्रशिक्षण और जागरुक किया गया। विभाग ने एक हफ्ते में जिले के होटलों, अस्पतालों और नर्सिंग होम में आग से बचाव के उपाय और संसाधनों की जांच की है, जिनमें सिर्फ 80 होटल में फायर एनओसी वाले पाए गए.
अग्निशमन विभाग की जांच में वाराणसी के सिर्फ 80 होटल के पास ही फायर एनओसी पाया गया है। होटलों को नोटिस भेजा गया है। साथ ही सील करने के लिए डीजी फायर को पत्र लिखा गया है। अनुमति मिलते ही कार्रवाई की जाएगी.
आनंद सिंह राजपूत, सीएफओ