वाराणसी (ब्यूरो)। सावन महीने में शुरू हो रही कांवड़ यात्रा की सुरक्षा और श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन को लेकर फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है। बनारस को पांच जोन, 12 सेक्टर और 24 सब सेक्टरों में बांटकर कांवड़ मार्ग से लेकर विश्वनाथ धाम तक चप्पे-चप्पे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। कांवड़ यात्रा पर सीसीटीवी व ड्रोन कैमरे से भी पैनी नजर रखी जाएगी। साथ ही हाईवे से जुड़े कांवड़ मार्ग पर पडऩे वाले गांवों में सेवा समितियों का गठन होगा। इसके साथ ही कांवड़ मार्ग पर श्रद्धालुओं के कपड़ों में भी पुलिसकर्मी हर समय तैनात रहेंगे। जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाए। गोदौलिया और मैदागिन से धाम तक नो व्हीकल जोन रहेगा.
चार जुलाई से कांवड़ यात्रा की शुरुआत
आगामी चार जुलाई से कांवड़ यात्रा की शुरुआत होगी। कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार लोगों में जबर्दस्त उत्साह है। एक अनुमान के मुताबिक, इस बार दो करोड़ अधिक शिवभक्त काशी में आएंगे। इसे लेकर मंगलवार को विश्वनाथ धाम में मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा व पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन के नेतृत्व में बैठक हुई। इसमें धाम में बाबा के दर्शन व आने वाले भक्तों की सुरक्षा को लेकर खाका खींचा गया। 4 जुलाई से 31 अगस्त तक चलने वाले सावन मेले के मद्देनजर वाराणसी को 5 जोन, 12 सेक्टर और 24 सब सेक्टर में बांटा गया है। प्रत्येक जोन में एक एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी, सेक्टर में डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी और सब सेक्टर में निरीक्षक और उप निरीक्षक रैंक के अधिकारी को प्रभारी बनाया गया है.
सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगहबानी
पूरे शहर में जगह-जगह पुलिस जवानों के अलावा पीएसी और आरएएफ की एक्स्ट्रा टुकडिय़ां मौजूद रहेंगी। सोमवार के दिन विशेष सुरक्षा चक्र बनाया जाएगा। पूरे मेला स्थल व कांवड़ मार्ग की निगहबानी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से की जाएगी। कांवड़ मार्ग पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। यही नहीं कांवड़ यात्रियों के बीच सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, ताकि हर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। दो दिन पहले साथ ही कांवड़ मार्ग पर पडऩे वाले सभी गांवों में सेवा समितियों का गठन किया गया है.
विश्वनाथ धाम मार्ग पर नहीं चलेंगे वाहन
कांवड़ यात्रा से पहले ही जिले में ट्रैफिक रूट प्लान लागू किया जाएगा। विश्वनाथ धाम में सभी भक्त सामान हैं। ऐसे में श्रद्धालु और वीवीआईपी के लिए बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए गोदौलिया और मैदागिन से मंदिर के लिए चार पहिया और दो पहिया वाहन लेकर जाना प्रतिबंधित रहेगा। जिस दिन भीड़ कम होगी उस दिन की व्यवस्था उसके अनुरूप तय की जाएगी। इसके साथ ही विश्वनाथ धाम से लेकर कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा को लेकर जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाई जाएंगी। सभी चौराहों पर ट्रैफिक के जवान तैनात रहेंगे।
घाटों पर तैनान रहेेंगे गोताखोर
मां गंगा में स्नान के दौरान होने वाले हादसों को रोकने के लिए गंगा में प्रमुख घाटों पर बैरिकेडिंग की जा रही है। इसके अलावा यातायात डायवर्जन, पार्किंग आदि पर काम किया जा रहा है। वहीं लाउड हेलर के माध्यम से हर समय सूचनाएं प्रसारित की जाएंगी। साथ ही लोगों से अपील की जाएगी कि उन घाटों पर सावन के दौरान स्नान न करें, जो खतरनाक हैं और जहां चेतावनी बोर्ड पहले से लगे हैं। स्नान के लिए दशाश्वमेध घाट और आसपास के घाटों पर जाएं। इन घाटों पर हर एनडीआरएफ और जल पुलिस, पीएसी के गोताखोर तैनात रहेंगे.