वाराणसी (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के 16 रेलवे स्टेशन पैसेंंजर्स को सेफ, हाइजीनिक और न्यूट्रिशियस फूड प्रोवाइड करा रहे हैं। फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) की ओर से देश के 150 रेलवे स्टेशनों को ईट राइट स्टेशन सर्टिफिकेट में अब वाराणसी सिटी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन चंदौली, गोरखपुर कैंट, बस्ती और खलीलाबाद का भी नाम जुड़ गया है। जबकि 10 से अधिक स्टेशन पहले से इस कैटेगरी को हासिल कर चुके हैं।
ये है उद्देश्य
रेलवे अफसरों की मानें तो एफएसएसएआई की ईट राइट स्टेशन मुहिम को खासतौर पर इसलिए चलाया जा रहा है, ताकि स्टेशनों पर खाने के लिए जरूरी साफ-सफाई मानकों का पालन हो और हर किसी को सेफ व हेल्दी खाना मिल सके।
मिलेट्स को बढ़ावा
एफएसएसआई ने वर्ष 2018 में 'ईट राइट इंडियाÓ अभियान की शुरुआत की थी। इसकी टैगलाइन थी, 'सही भोजन बेहतर जीवन हैÓ। इसके तहत भारत सरकार की ओर से भी कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिसमें मोटे अनाज की मात्रा भोजन में बढ़ाने को लेकर लगातार काम किया जा रहा है। ईट राइट स्टेशन वेबसाइट पर दर्ज अपडेट के अनुसार अब तक देश के 153 स्टेशनों को ईट राइट स्टेशन का सर्टिफिकेट मिला है, जिसमें यूपी के 16 रेलवे स्टेशन हैं। इनके अलावा यूपी के पांच मेट्रो स्टेशन भी शामिल हैं। 153 स्टेशनों की लिस्ट में बिहार और उत्तराखंड का एक-एक स्टेशन है। जबकि झारखंड के एक भी स्टेशन को ये सर्टिफिकेट नहीं मिला है.
क्या है क्राइटेरिया
'ईट राइट स्टेशनÓ प्रमाणन प्रक्रिया में खाद्य विक्रेताओं का कठोर ऑडिट, खाद्य संचालकों को प्रशिक्षण, सख्त स्वच्छता और स्वच्छता प्रोटोकॉल का पालन और लोगों के बीच सूचित भोजन विकल्प चुनने के लिए जागरुकता बढ़ाने के प्रयास शामिल हैं। इस क्राइटेरिया को पूरा करने वाले स्टेशनों को 'ईट राइट स्टेशनÓ प्रमाणन से सम्मानित किया जाता है.
इन प्रमुख स्टेशनों को सर्टिफिकेट
नई दिल्ली, वाराणसी, बनारस, वाराणसी सिटी, कोलकाता, उज्जैन, अयोध्या कैंट, हैदराबाद, चंडीगढ़, गुवाहाटी, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, वडोदरा, मैसूर सिटी, गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, मेरठ सिटी, आगरा कैंट।
क्या है ईट राइट इंडिया?
1. ईट राइट इंडिया अभियान के तहत सभी भारतीयों को सेफ, हाइजीनिक और न्यूट्रिशियस फूड प्रोवाइड कराना है।
2. भारतीय भोजन को 2022 तक ट्रांस वसा मुक्त बनाने के साथ ही तीन वर्ष में नमक/चीनी और तेल की खपत में 30 पर्सेंट की कटौती करना है.
3. ईट राइट इंडिया स्वस्थ खाएं, सुरक्षित खाएं और स्थायी रूप से खाएं तीन बिंदुओं पर बनाया गया है.
4. खाद्य जनित बीमारियां और विभिन्न आहार संबंधी बीमारियों को देश में समाप्त करना भी इसका उदेश्य है.
यूपी में इन्हें ईट राइट स्टेशन का सर्टिफिकेट
- पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर, चंदौली
- खलीलाबाद, संतकबीर नगर
- गोरखपुर कैंट
- वाराणसी सिटी
- बस्ती
- प्रयागराज
- वाराणसी कैंट
- कानपुर सेंट्रल
- अयोध्या कैंट
- गोरखपुर
- आगरा कैंट
- लखनऊ चारबाग
- बनारस
- बादशाहनगर, लखनऊ
- मेरठ सिटी
- वीरांगना लक्ष्मी बाई स्टेशन, झांसी
इन मेट्रो स्टेशन को सर्टिफिकेट
- बोटैनिका गार्डेन, नोएडा
- नोएडा सेक्टर 51
- आईआईटी कानपुर
- नोएडा इलेक्ट्रानिक सिटी
- विश्वविद्यालय कानपुर
- राजेंद्रनगर टर्मिनल, पटना को ईट राइट स्टेशन सर्टिफिकेट
- हरिद्वार को ईट राइट स्टेशन सर्टिफिकेट
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन को एक साल पहले ही ईट राइट स्टेशन का सर्टिफिकेट मिल गया था। इसकी क्राइटेरिया को ध्यान में रखते हुए अक्सर स्टेशन पर चेकिंग अभियान भी चलाया जाता है, ताकि पैसेंजर्स को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े.
गौरव दीक्षित, स्टेशन डायरेक्टर, वाराणसी कैंट स्टेशन