वाराणसी (ब्यूरो)। डेंगू के डंक से एक बार फिर शहर के लोग घबराने लगे हैं। इसके प्रकोप से सिटी को सेफ करने के लिए नगर निगम ने जलभराव ग्रस्त एरिया में जांच-पड़ताल की तो पांच हजार ऐसे प्लाट मिले, जहां डेंगू पनपने का खतरा सबसे अधिक है। इन प्लाटों पर कूड़ा, करकट के अलावा पानी भरा हुआ है। यह देखकर नगर निगम के अफसरों के होश उड़ गए। प्लॉट की सफाई के लिए नगर निगम ने सभी प्लाट्स ओनर्स को नोटिस भेजा है और हिदायत दी है कि जल्द से जल्द प्लॉट की सफाई नहीं की गयी तो एक्शन लिया जाएगा।
डेंगू फैलने का डर
बाढ़ का पानी जगह-जगह लगने के बाद नगर निगम को डेंगू और मलेरिया फैलने का डर सता रहा है। बारिश भी शुरू हो गयी है। खाली प्लॉटों और पार्को में भरा पानी लोगों के लिए बीमारियां पैदा करेगा। शहर में करीब पांच हजार प्लॉट खाली हैं और शहरवासी इनमें कूड़ा डालते हैं। बारिश के बाद प्लॉटों में कूड़ा सडऩे लगा है। प्लॉटों और पार्को में भरे पानी से डेंगू और मलेरिया फैलने का खतरा बढ़ गया है। इन प्लाटों में साफ-सफाई के लिए नगर निगम ने सफाईकर्मियों को हिदायत दी है.
अलर्ट मोड में नगर निगम
बाढ़ और बारिश का पानी तटीय क्षेत्र में लगने के बाद नगर निगम अलर्ट मोड में आ गया है। इन क्षेत्रों में साफ-सफाई के लिए नगर निगम ने तीन सौ लोगों की टीम तैयार की है। यह टीम प्रतिदिन तटीय क्षेत्रों में दौरा कर चूने का छिड़काव करेगी। साफ-सफाई पर विशेष फोकस रहेगा। जहां जलभराव अधिक है, वहां पर मशीन लगाकर पानी की निकासी की जाएगी।
खाली प्लाटों से खतरा
खाली प्लाटों में पानी भरने से कहीं इस पानी में मच्छर पनप कर बीमारी न फैला दें इसको लेकर विभाग चौकन्ना है। नगर निगम के अफसरों की मानें तो जुलाई महीने से लेकर अक्टूबर तक मलेरिया व डेंगू फैलने का अंदेशा बना रहता है। ऐसे में बारिश का पानी रुकने से इसमें और भी तेजी आ सकती है। इससे बचाव के लिए ही नगर निगम ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पांच मशीनें हुईं तैयार
नगर निगम खाली पड़े प्लाटो से पानी निकालने के लिए पांच मशीनें तैयार कर रखी है। इन प्लाटों से पानी निकासी का कार्य इसी हफ्ते से शुरू किया जाएगा। नगर आयुक्त शिपू गिरी ने कहा कि डेंगू के मामले में 70 हॉट-स्पाट बनाए गए है। इन स्थानों पर फागिंग करायी जा रही है। साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
डेंगू से सेफ रहने के लिए पांच हजार प्लाट को चिह्नित किया गया है। इनके ओनर्स को नोटिस भेजा गया है। जलभराव क्षेत्रों में फागिंग और चूने का छिड़काव किया जा रहा है.
शिपू गिरी, नगर आयुक्त