वाराणसी (ब्यूरो)बीएचयू बवाल को लेकर कमिश्नरेट पुलिस एक्शन मोड में आ गई हैइस मामले में 12 नामजद और 200 अज्ञात छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया हैरविवार को सात नामजद आरोपितों को अरेस्ट कर लिया गया थाशेष की गिरफ्तारी के लिए सोमवार को डीसीपी काशी जोन के नेतृत्व में पुलिस ने बिड़ला हॉस्टल में छापेमारी की, लेकिन कोई नहीं पकड़ा गयाइस पर पुलिस ने आरोपियों के पांच कमरों को सील कर दियासाथ ही हॉस्टलों के बाहर तीन छात्रों को वांछित करार देते हुए उनके फोटो व नाम भी चस्पा किए गए हैंनोटिस पर शुभम शुक्ला, बिट्टू बाबू और संजय गांधी के नाम अंकित हंै.

कुछ पर दर्ज हैैं मुकदमे

एसीपी भेलूपुर अतुल अंजान और भारी पुलिस की मौजूदगी में बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने कमरे सील किएअतुल अंजान ने बताया कि ये सभी बीएचयू में अवैध तरीके से कब्जा करके बिड़ला हॉस्टल में रहते थेयहां की अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहते थेइनमें से कुछ पर पहले भी मुकदमे हो चुके हैंइसलिए, इनके कमरों पर ताला लगा दिया गया हैहॉस्टल का कमरा नंबर 215 और 219, बिड़ला सी हॉस्टल का कमरा नंबर 157, 159 और 158 सील किया गया हैयह कमरे उन छात्रों के हैं जिन पर मुकदमा दर्ज किया गया हैसील किए गए कमरों पर आरोपी छात्रों की तस्वीरें सहित नोटिस और पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं.

बीएचयू में पीएसी तैनात

बीएचयू में शनिवार की देर रात डालमिया छात्रावास के पास स्कार्पियो की टक्कर से दशाश्वमेध अंतर्गत देवनाथपुरा पांडेयहवेली निवासी साइकिल सवार कृष्णचंद्र की मौत के बाद हुए बवाल के मामले में स्कार्पियो को छात्रों ने न सिर्फ क्षतिग्रस्त कर दिया था, बल्कि ङ्क्षसहद्वार बंद कर प्रदर्शन करने लगे थेछात्रों का आरोप था कि हादसे के बाद शव लेकर भागने की कोशिश की गई और स्कार्पियो में लगे राजनीतिक पार्टी के झंडे को बदला गयाविवाद ने उग्र रूप ले लिया जब एंबुलेंस को अंदर जाने से रोकने पर पुलिस और बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों ने लाठियां पटकींछात्रों का आक्रोश तोडफ़ोड़ में बदला तो पुलिस को परिसर में लाठीचार्ज करना पड़ाडीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि पांच टीमें आरोपितों को तलाश कर रही हैंजल्द ही उन्हें अरेस्ट कर लिया जाएगापरिसर में पीएसी जवानों को तैनात किया गया है.

इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस

लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र ने बताया में विवि के सह सुरक्षा अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता की तहरीर पर शुभम शुक्ला, संजय गांधी, अनुज राय, अंकित पाल, सूरज कुमार, उमराव, दुर्गेश यादव, अमिया, संकेत कुमार, संभव कौशिक, अभिषेक कुमार, सुरेश कुमार पासवान, प्रत्युष कुमार, यशवर्धन राज सहित 200 अज्ञात के खिलाफ बलवा, तोडफ़ोड़, मारपीट, धमकी, लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम तथा 7 सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज है.