वाराणसी (ब्यूरो)। देश की आध्यात्मिक नगरी काशी अब पांच धाम वाला पहला शहर बन गया है। पीएम मोदी की पॉजिटिव अप्रोच के चलते वाराणसी लगातार बुलंदियों को छू रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद चार और नए धाम बन गए। इनमें स्वर्वेद, मार्कण्डेय महादेव, बाबा कालभैरव के बाद अब सीर गोवर्धन भी धाम में शुमार हो गया है। पीएम मोदी 23 फरवरी (शुक्रवार) को सुसज्जित हुए सीर गोवर्धन को जनता को समर्पित करेंगे। इससे वाराणसी का टूरिज्म और समृद्ध होगा।
500 करोड़ से बाबा विश्वनाथ धाम
श्री काशी विश्वनाथ धाम को 500 करोड़ से डेवलप किया गया। बाबा द्वार से गंगद्वार तक बाबा के धाम को जोड़ा गया। घाट की सीढिय़ों को विकसित किया गया। बाबा के गर्भगृह को दिव्य, भव्य और नव्य बनाया गया। 2023 में रिकॉर्ड टूरिस्ट आए। 13 करोड़ से अधिक टूरिस्टों ने बाबा धाम में हाजिरी लगाकर नया रिकॉर्ड कायम कर दिया।
स्वर्वेद धाम बना भव्य
विश्वनााथ धाम को भव्य बनाने के बाद चौबेपुर में 35 करोड़ से भव्य स्वर्वेद धाम को बनाया गया। उमरहां में बने इस धाम का लोकार्पण भी पीएम मोदी ने किया था। स्वर्वेद धाम विश्व का पहला मेडिटेशन सेंटर है। इसमें एक साथ 25 हजार लोग बैठककर योग और ध्यान कर सकते हंै.
16 करोड़ से काल भैरव धाम
गलियों में विराजमान बाबा काल भैरव मंदिर को भी धाम बन गया है। पीएम मोदी जब भी बनारस आते हैं तो बाबा विश्वनाथ धाम के बाद बाबा काल भैरव के दरबार में हाजिरी लगाने जरूर जाते हंै। बाबा काल भैरव धाम को भी 16 करोड़ के बजट से भव्य बनाया गया है.
मार्कंडेय धाम की बात निराली
काशी में अब कोई भी टूरिस्ट आता है तो कैथी में विराजमान मार्कंडेय धाम जरूर जाता है। टूरिस्टों की भीड़ को देखते हुए 3 करोड़ की लागत से ढाई सौ मीटर घाटों का जीर्णोद्धार, एप्रोच रोड, लाइट से डेकोरेट किया जाएगा। इसके लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
24 करोड़ से सीर बना धाम
संत रविदास की स्थली भी टूरिस्ट स्पॉट से कम नहीं है। यहां पीएम मोदी 23 फरवरी को 25 फीट ऊंची संत रविदास की प्रतिमा का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही संत के नाम से बने विशाल म्यूजियम का भी शुभारंभ करेंगे। यहां 24 करोड़ से विकास कार्य हो रहे हैं। दो साल पहले सीर में सिर्फ रैदासी ही आते थे, लेकिन अब म्यूजियम और प्रतिमा बनने के बाद टूरिस्टों की भीड़ आने लगी है।
डेली ढाई लाख टूरिस्ट
धाम वाला पहला शहर बनने से काशी में अब प्रतिदिन 2 से ढाई लाख टूरिस्टों की भीड़ आती है। विश्वनाथ धाम घूमने के बाद कालभैरव, स्वर्वेद, मार्केंडेय महादेव के बाद सीर भी जाने लगे हैं।
सबसे अधिक टूरिस्ट वाला सिटी
काशी प्रदेश में सबसे अधिक टूरिस्ट वाला शहर है। टूरिज्म डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर आरके रावत ने बताया, कोविड से पहले की तुलना में काशी में दस गुना अधिक टूरिस्ट आ रहे हैं। 2019 में यहां आने वाले टूरिस्टों की संख्या करीब 68 लाख थी। कोविड के दौरान 2020 में यह दस लाख से भी कम हो गई थी। 2022 में करीब 7.2 करोड़ टूरिस्ट वाराणसी पहुंचे। वहीं 2023 में 5 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट ने काशी के दर्शन किए.
10 करोड़ टूरिस्ट कर चुके मंदिर दर्शन
दिसंबर 2021 में गलियारे के उद्घाटन के बाद से दस करोड़ टूरिस्ट मंदिर का दर्शन कर चुके हैं। विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती, गंगा क्रूज, काशी की सांस्कृतिक-आध्यात्मिक विरासत, गंगा घाटों की सुंदरता और हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख धर्मों की भी तीर्थस्थली होने के साथ विश्वभर के टूरिस्टों का लक्ष्य काशी पहुंचना होता है। अब काशी पांच धाम वाला पहला शहर भी बन गया है, जिसके कारण काशी में टूरिस्ट की संख्या और बढ़ेगी।
काशी के पांच धाम
श्री काशी विश्वनाथ धाम
बाबा कालभैरव
स्वर्वेद मंदिर
मार्कण्डेय महादेव
सीर गोवर्धन
23 में आए 13 करोड़ टूरिस्ट
माह ---- टूरिस्ट
जनवरी -44,29,590
फरवरी -41,34,807
मार्च -37,81,060
अप्रैल- 42,67,858
मई 32,25,476
जून 36,96,346
जुलाई -72,62,891
अगस्त- 97,22,206
सितंबर -38,97,844
अक्टूबर -42,55,674
नवंबर -48,26,776
दिसंबर- 40,77,430
काशी अब 5 धाम वाला शहर बन गया है। अब टूरिस्टों की संख्या और बढ़ेगी। काशी भ्रमण करने के बाद टूरिस्ट अयोध्या जाएंगे.
आरके रावत, डिप्टी पर्यटन विभाग