- बनारस में हुए लोकसभा इलेक्शन में सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में लगी थी बाप की ड्यूटी, घर में ले गये थे रिवर्ज ईवीएम
- इंजीनियर बेटे ने ईवीएम के साथ खुद की पिक्चर अपलोड कर दी फेसबुक पर, विपक्षी दलों ने लगाया ईवीएम टेम्परिंग का आरोप
- फोटो वायरल होने के बाद बाप और बेटे के खिलाफ कैंट थाने में दर्ज हुई एफआईआर, इसी के निर्देश पर जांच शुरू
VARANASI : सोशल नेटवर्क के जितने फायदे हैं उतने ही नुकसान भी हैं। सोशल साइट के प्रेम में एक बेटे की नादानी ने उसके अपने ही बाप को परेशानी में डाल दिया है। नौकरी पर बन आई है। आप भी सोच रहे होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं? किसके बेटे ने ऐसा क्या कर दिया जो नौकरी पर बन आई है? कैसे सोशल नेटवर्किंग साइट बाप-बेटे के लिए मुसीबत का सबब बन गई? तो जनाब इन सारे सवालों का जवाब जानने के लिए पढि़ये ये खास खबर
बेटा, ये क्या किया तूने?
कहते हैं कि किसी भी चीज की लत बहुत खराब होती है। कुछ ऐसा ही हुआ है फेसबुक लवर एक यंग इंजीनियर के साथ। अंकित गौरव श्रीवास्तव नाम के इस यंग इंजीनियर के फेसबुक प्रेम ने उसे और उसके पिता एके श्रीवास्तव को बुरी तरह से फंसा दिया है। पिता एके श्रीवास्तव विकास भवन के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में मंडलीय लेखा अधिकारी हैं। मगर अब इन दोनों को ही बनारस में हुए इलेक्शन के दौरान इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (इवीएम) टेम्पेरिंग के आरोप में एफआईआर का सामना करना पड़ा रहा है। इलेक्शन कमीशन के निर्देश पर जांच शुरू हो गयी है। इस जांच की मेन वजह है बेटे अंकित का लड़कपन जिसने पिता को भी मुसीबत में डाल दिया है।
पहले वायरल हुई फोटो
मामला ये है कि फेसबुक पर पिछले दो दिन के अंदर एक पिक्चर वायरल हुई है। इस पिक्चर में एक लड़के को ईवीएम के साथ दिखाया गया है। लड़के पास इवीएम कैसे पहुंचे? लड़का इवीएम के साथ क्या कर रहा था? हाई सिक्योरिटी में रखे जाने वाले ईवीएम किसी के रूम तक पहुंचने की इस घटना के बाद लोगों ने तस्वीर की तहकीकात शुरू की। पता चला कि तस्वीर में दिखने वाला लड़का अंकित गौरव श्रीवास्तव है जो नोएडा में इंजीनियर है। इसके पिता एके श्रीवास्तव हैं जो मंडलीय लेखाधिकारी पद पर कार्यरत है और हाल में हुए लोकसभा चुनाव में इनकी ड्यूटी बनारस में बतौर सेक्टर मजिस्ट्रेट लगी थी। फिर क्या था, काफी लोगों ने इवीएम के साथ छेड़छाड़ की कम्प्लेंट इलेक्शन कमीशन से कर दी।
कैंट थाने में हुई एफआइआर
बीजेपी के अलावा और सभी विपक्षी दलों ने जब फेसबुक पर वायरल हुए इस पिक्चर की शिकायत की तो इलेक्शन कमीशन ने जांच का ऑर्डर दिया। एडीएम एडमिन के शुरूआती जांच के बाद और तस्वीर में मौजूद लड़के और अफसर की पहचान के बाद कैंट थाने में बाप-बेटे के खिलाफ तहरीर दी। इस तहरीर पर सेक्टर मजिस्ट्रेट और उनके इंजीनियर बेटे के खिलाफ जनप्रतिनिधि अधिनियम क्9भ्क् के तहत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
कमेंट से मिला तूल
केस की जांच कर रहे कैंट इंस्पेक्टर विपिन राय ने बताया की ऑफिसर्स कॉलोनी के पास रहने वाले एके श्रीवास्तव मंडलीय लेखा अधिकारी हैं। इनकी ड्यूटी इलेक्शन में बतौर सेक्टर मजिस्ट्रेट लगी थी। क्ख् मई एक दिन पहले यानि क्क् मई को कुछ इवीएम एके श्रीवास्तव को दिये गये थे ये मशीनें सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने साथ घर ले गए थे। घर पहुंचने के बाद उन्होंने इवीएम को बाक्स से निकाला और उसके बटन पर हाथ रख उसे देखने लगे। इस बीच वहां उनका बेटा अंकित गौरव आया और उसने पापा की फोटो ईवीएम संग क्लिक कर फेसबुक पर डाल दी। इस फोटो पर ही मोदी के फेवर में एक कमेंट आया। क्म् मई की मतगणना के बाद कुछ पॉलिटिकल पार्टी के लोगों ने इवीएम के साथ छेड़छाड़ करने और बीजेपी के फेवर में इस टेम्पर करने का आरोप लगाया है। इसकी जांच चल रही है।
डीएम कर रहे मॉनिटरिंग
इवीएम टेम्परिंग के इस सनसनीखेज मामले में जैसे ही इलेक्शन कमीशन से निर्देश मिला डीएम प्रांजल यादव ने जांच का ऑर्डर दिया। खुद डीएम इस मामले में जांच की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। एडीएम एडमिन अजय कुमार अवस्थी ने शुरूआती जांच के बाद सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी करने वाले एके श्रीवास्तव और उनके बेटे के खिलाफ कार्रवाई के की संस्तुति की जिस पर बुधवार को एडीएम-ई की तहरीर पर ही मुकदमा कायम हुआ है। इंस्पेक्टर कैंट विपिन राय के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेट एके श्रीवास्तव और उनके बेटे गौरव श्रीवास्तव के खिलाफ जनप्रतिनिधि अधिनियम क्9भ्क् के तहत धारा क्ख्9(क्) क्फ्ब् (क्) और क्फ्म् (ख्) के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
खूब हुआ लाइक, कमेंट, शेयर
कैंट पुलिस की मानें तो मामले ने तूल इसलिए पकड़ा है क्योंकि सेक्टर मजिस्ट्रेट और उनके जिस बेटे पर ईवीएम टेम्परिंग का आरोप लगा है वो बेटा नोएडा में इंजीनियर है। आयोग से की गई कम्प्लेन में बीजेपी के विपक्षी दलों ने सेक्टर मजिस्ट्रेट के बेटे पर इंजीनियर होने के कारण ईवीएम संग छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। इस फोटो को खुद अंकित सौरभ ने फेसबुक पर अपलोड किया। देखते ही देखते इस फोटो पर लाइक, कमेंट और शेयरिंग की भरमार हो गयी। काफी लोगों ने अबकी बार मोदी सरकार के कमेंट भी डाल दिये जिससे मामले ने ज्यादा तूल पकड़ लिया है।
नहीं हुआ है इवीएम यूज
एफआईआर के बाद बुधवार को ही कैंट थाने में आरोपी सेक्टर मजिस्ट्रेट एके राय और उनके बेटे अंकित सौरभ का बयान दर्ज हुआ। एके राय का कहना है कि जिस इवीएम की तस्वीर फेसबुक पर है वो रिजर्व एवीएम थी जो किसी मतदान केंद्र पर इवीएम खराबी के बाद इस्तेमाल की जानी थीं। चूंकि क्ख् को उनके सेक्टर में कहीं इवीएम रिप्लेसमेंट की नौबत नहीं आई और ये इवीएम वापस जमा की जानी थीं इसलिए ये लापरवाही हुई। हालांकि इस मामले में इवीएम को एक्सपर्ट्स से चेक भी कराया जाएगा और इसके बाद कानूनी कार्रवाई होगी।
कहीं आप भी तो लापरवाह नहीं
जिस तरह अंकित की लापरवाही और उसके फेसबुक प्रेम में उसे ओर उसके पिता को मुसीबत में डाल दिया, कहीं आप भी तो उसके जैसी हरकतें तो नहीं करते ना? खुद ही चेक कीजिये।
- क्या आप फेसबुक पर अपनी हर तरह की तस्वीरों का पोस्ट करने का शौक रखते हैं, यदि हां तो ये ठीक नहीं।
- क्या आप पर्सनल फोटोग्राफ्स के अलावा फैमिली और फ्रेंड्स की पिक्चर भी बिना सोचे समझे अपलोड करते हैं? यदि हां तो ये भी ठीक नहीं।
- क्या आपने अपने फेसबुक प्रोफाइल में व्यूअर्स की सेंटिंग पर्सनॉइज नहीं की है। यदि हां, तो इसे ओनली फ्रेंड या ओनली फ्रेंड्स ऑफ फ्रेंड तक लिमिटेड रखिये।
- बेहद पर्सनल तस्वीरे या वीडियो को व्यू सेटिंग में ओनली मी ऑप्शन में रखिये तो उसे और कोई नहीं देख सकेगा।
- गर्ल फेसबुक यूजर्स को अपनी तस्वीरों को लेकर खासा एलर्ट रहना चाहिए कि क्योंकि उनकी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की संभावना ज्यादा रहती है।