वाराणसी (ब्यूरो)। प्रभु यीशु के आगमन का उल्लास चर्चों में छाया रहा। रंग-बिरंगी झालरों से सजे चर्चों में उत्सव की उमंग भी दिखी। शनिवार देर रात प्रभु यीशु के जन्म के बाद रविवार रात तक प्रार्थना सभा का दौर जारी रहा। सुबह प्रार्थना के बाद कैरोल गीत गाए गए। केक खिलाकर एक-दूसरे को बधाई देने का सिलसिला जारी रहा। ईसाई समाज के घरों में दावत भी चलती रही। दोपहर में नृत्य नाटिका की प्रस्तुति की गई। चर्च में भीड़ तो आई लेकिन मेले का मुख्य आकर्षण झूला, चरखी, चाट पकौड़ा समेत खान-पान की दुकानें पर भी खूब भीड़ उमड़ी.
घरों में भी सजा क्रिसमस ट्री
गिरजाघरों में प्रभु यीशु के आगमन का उल्लास छाया रहा। रंग-बिरंगी झालरों से सजे गिरजाघरों में उत्सव की उमंग भी दिखी। तेलियाबाग स्थित सीएनआई चर्च, गोदौलिया स्थित सेंट थॉमस चर्च, छावनी स्थित लाल चर्च, सिगरा स्थित सेंट पॉल चर्च समेत शहर के सभी 44 गिरजाघरों की रौनक देखते बन रही थी। घरों में लोगों ने क्रिसमस ट्री सजाया और यीशु का जन्म उत्सव धूम-धाम से मनाया। सेंट मेरिज महागिरजाघर में सुबह प्रार्थना के बाद कैरोल गीत गाए गए। केक खिलाकर एक-दूसरे को बधाई देने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा.
दो बार हुई प्रार्थना
प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को लेकर सोमवार की सुबह शहर के सभी गिरजाघरों में दो बार प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। ईसाई समुदाय के सभी लोगों ने मिल कर प्रार्थना की और फिर लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। लोगों ने अपनी मनोकामनाएं पर्ची में लिख कर प्रभु यीशु के चरणों में समर्पित कर दी। ईसाई समुदाय लोगों के साथ-साथ अन्य धर्म के लोगों में भी क्रिसमस को लेकर बेहद उत्साह देखने को मिला।
रात तक सड़कों पर जाम
संडे के अगले दिन भी छुट्टïी होने के चलते चर्च पहुंचने के रास्तों के अलावा शहर के तमाम घूमने की जगहों पर भी खूब भीड़ उमड़ी। क्रिसमस की छुट्टïी का लोगों ने खूब लुफ्त उठाया। अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, नमो घाट समेत शहर के होटल, रेस्टोरेंट, क्लबों में लोगों की भीड़ लगी रही। क्रिसमस के चलते बनारस के लोगों को जाम का भी सामना करना पड़ा। शहर के तमाम इलाकों में भीषण जाम लगा रहा। जिसमें सिगरा, अस्सी घाट, चौकाघाट, कैंट, कैंटोनमेंट, लंका और शहर के अन्य विभिन्न मार्ग शामिल हैं.