वाराणसी (ब्यूरो)शहर में पूअर नेट सिग्नल तथा अन्य वजह से फेल हो रहे स्मार्ट बिजली मीटर डुअल सिम एक्टीवेशन से स्ट्रांग किए जाएंगेबिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार एक निजी कंपनी समझौता किया गया हैजिन इलाकों में नेटवर्क की समस्या होगी, वहां पहले डुअल सिम का इंतजाम किया जाएगाये खासकर घाट किनारे और बेसमेंट वाले मीटर होंगे.

जनवरी से चल रहा है ट्रायल

डुअल सिम के स्मार्ट मीटर लगाने के लिए ईएसएसएल कंपनी के सहयोग से जनवरी ट्रायल चल रहा हैडिस्काम से अप्रूवल मिलने के बाद बनारस, प्रयागराज, चंदौली, आजमगढ़ जिलों के आठ हजार डुअल सिम स्मार्ट मीटर लगाए गए हैविभाग और कंपनी के अधिकारियों की तरफ से टेस्टिंग करने के बाद मीटर की कंडीशन्स सही बताई जा रही हैइसको देखते हुए अब शहर के अन्य इलाको में भी डुअल सिम लगाने की तैयारी शुरू हो गई है.

सिग्नल की दिक्कत खत्म होगी

शहर में सबसे पहले डुअल सिम स्मार्ट मीटर गंगा और वरुणा घाट वाले इलाकोंमें लगेंगेइसके बाद इन मीटरों को बड़े अपार्टमेंटो के बेसमेंट से लेकर अन्य उपभो1ताओं के बेसमेंट वाले मकानो में लगाया जाएगाविभाग का दावा है कि इन जगहों पर पूअर सिग्नल की समस्या खत्म हो जाएगीफिर शहर के अन्य इलाकों में काम होगा.

तीन फेज में लगेंगे मीटर

बनारस शहर के अंदर तीन सर्किल में 6 लाख 60 हजार विद्युत उपभो1ता हैऐसे में एक बार में ही सभी कस्टमर के यहां मीटर तो नहीं लगाया जा सकताइस कारण तीन फेज में कार्य कराने का निर्णय लिया हैसबसे पहले ग्रामीण सर्किल में कार्य कराया जाएगाइसके बाद सर्किल प्रथम और सर्किल द्वितीय में मीटर इंस्टालेशन होगा.

क्या होगा फायदा

आए दिन उपभोक्ताओं की तरफ से मीटर रीडिंग में गड़बड़ी की शिकायतें की जाती हैंयूनिट रीड नहीं होने के कारण रेवेन्यू फी फंस जाता हैस्मार्ट मीटर फेल होने पर बिजली विभाग ने बूस्टर मैथड भी अपनायानिचली इलाकों में लगे स्मार्ट मीटर की पहचान विभाग के लाइनमैन और रीडर से कराई गईबूस्टर साफ्टवेयर के जरिए यूनिट रीड कराई गईउस समय जो रीडिंग मिली, उसके आधार पर एवरेज बिलिंग की गईअब डुअल सिम मीटर से 90 प्रतिशत उपभोक्ताओं की समस्याओं को दूर किया जा सकता हैविभाग के अधिकारी का कहना है कि 2023 अंत तक पूरे शहर में यह काम पूरा किया जाना है.

बार-बार आने वाले मीटर की शिकायतों के समाधान के लिए निजी कंपनी के साथ अनुबंध किया गया थाकंपनी का ट्रायल सक्सेसफुल रहा हैअब डुअल सिम मीटर इंस्टालेशन की तैयारी चल रही है.

अनूप सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, सर्किल प्रथम