-काशी विद्यापीठ एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने यूजी व पीजी के विभिन्न कोर्स में बढ़ायी सीट

-वाराणसी सहित पांच डिस्ट्रिक्ट में हजारों छात्रों को राहत

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने पांच डिस्ट्रिक्ट के करीब 225 कॉलेजेज में नए कोर्स संचालित करने की मंजूरी दे दी। विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड कॉलेजेज को ग्रेजुएशन व पीजी के विभिन्न कोर्सेज को सेशन 2018-19 से संचालित करने की भी मंजूरी मिल गई। ऐसे में बीए, बीकॉम, बीएससी, बीबीए, बीएड, एलएलबी सहित अन्य पाठ्यक्रमों की सीट बढ़ जाएगी। इसका लाभ वाराणसी, चंदौली, मीरजापुर, भदोही, सोनभद्र के हजारों छात्रों को मिलेगा। वीसी डॉ। पृथ्वीश नाग की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मीटिंग में 18 करोड़ के घाटे के बजट को मंजूरी मिल गई। कार्यपरिषद ने स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में 25 फीसद शुल्क वृद्धि को भी हरी झंडी दे दी।

इनकम बढ़ाने पर हुआ विचार

साथ ही यूनिवर्सिटी की आय बढ़ाने के लिए भी व्यापक विमर्श किया गया। इस क्रम में परिषद ने विश्वविद्यालय की आय बढ़ाने के लिए एक दो सदस्यीय समिति भी गठित करने की भी स्वीकृति प्रदान कर दी। इसमें वित्त अधिकारी व प्रो। केके अग्रवाल सदस्य बनाए गए हैं।

समायोजित कर्मचारियों का मामला समिति को

समायोजित कर्मचारियों के मामले में भी कार्यपरिषद ने एक समिति गठित कर दी है। वहीं मृतक आश्रित में संदीप सिंह, धनंजय कुमार सहित तीन की नियुक्ति को भी कार्यपरिषद से स्वीकृति मिल गई। वहीं यूजीसी रेगुलेशन-2010 के मामले में शैक्षिक महासंघ के प्रस्ताव को कार्यपरिषद ने खारिज कर दिया। सदस्यों का मानना है कि इस संबंध में शासन ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है। बैठक में रजिस्ट्रार ओम प्रकाश, डॉ। बंधीधर पांडेय, प्रो। अशोक कुमार सिंह, प्रो। अशोक कुमार मिश्र सहित अन्य लोग उपस्थित थे।