वाराणसी (ब्यूरो)। ईवीएम बदलने की फर्जी सूचना पर मंगलवार को पहडिय़ा मंडी में हुए उपद्रव, पथराव और एडीजी जोन राम कुमार की कार व सिगरा थाना प्रभारी की जीप तोडऩे के आरोप में लालपुर पांडेयपुर थाने में 16 संगीन धाराओं में 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा एडीजी जोन के कार चालक हेड कांस्टेबल लालता प्रसाद यादव की तहरीर पर दर्ज हुआ है। तहरीर में लिखा है कि प्रदर्शनकारियों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के साथ ही कहा कि इतना मारों कि मर जाए। बचकर जाना नहीं चाहिए। लालपुर पांडेयपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
मैजिक रोक किया प्रदर्शन
पहडिय़ां स्थित लाल बहादुर शास्त्री फल व सब्जी मंडी परिसर के स्ट्रांग रूम के पास से जिला प्रशासन कर्मचारियों को ट्रेङ्क्षनग कराने के लिए कुछ ईवीएम मैजिक यूपी कालेज भेज रही थी। मैजिक पर ईवीएम जाता देख वहां मौजूद सभी दलों के नेता आक्रोशित हो गए। उन्होंने ईवीएम लदे मैजिक को कब्जे में लेने के साथ विरोध-प्रदर्शन करने लगे। देखते-देखते माहौल गर्म हो गया। सभी दलों के प्रत्याशी, नेता और कार्यकर्ता मंडी पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पथराव करने के साथ तोडफ़ोड़ करने लगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।
कार और जीप क्षतिग्रस्त
पथराव में एडीजी जोन की कार और सिगरा थाना प्रभारी की जीप का शीशा टूट गया। इसके चलते शाम चार से रात दो बजे अफरा-तफरी का माहौल था। भोर में तीन बजे स्थिति सामान्य होने पर एडीजी जोन राम कुमार, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश और डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे मंडी से बाहर निकले।
इतना मारो की मर जाए, ङ्क्षजदा बचकर न जाने पाए
एडीजी जोन के चालक (हेड कांस्टेबल) लालता प्रसाद यादव ने थाने में दी तहरीर में लिखा है कि मंगलवार की रात करीब 21.45 बजे अपनी कार से पहडिय़ा मंडी के सामने से जा रहा था। उस समय गेट नंबर दो के सामने करीब 250 से 300 की भीड़ थी। कार देखते ही भीड़ ने पथराव करते हुए हमला बोल दिया। कार का शीशा टूट गया। कार पर लगे वायरलेस एंटीना कुछ लोग तोडऩे के साथ लेकर भाग गए। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी व अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि इतना मारो की मर जाय, ङ्क्षजदा बचकर न जाने पाए। जान से मारने की नीयत से पत्थर फेंककर मारने लगे। इससे मेरे सिर, कान व जबड़े पर गंभीर चोटें आई। मेरे शरीर से खून बहने लगा। मेरे साथ बैठे गनर श्याम दुलारे ङ्क्षसह को भी चोट लग गई। थोड़ी देर के लिए मैं बेहोश हो गया। प्रदर्शनकारियों के कृत्य से लोक शांति भंग हो गई। साथ में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा.