-महीने की 21 तारीख को राज्य से लेकर गांव स्तर पर होंगे विविध कार्यक्रम
- फैमिली प्लानिंग के प्रचार-प्रसार पर होगा जोर
स्वास्थ्य विभाग अब परिवार नियोजन को लेकर पहले से ज्यादा सक्रिय हो गया है। इसके लिए डिपार्टमेंट ने खास प्लान तैयार किया है। जिसमें जनसमुदाय स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने पर सरकार का पूरा जोर है। अनूठी पहल के तहत अब हर महीने की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। इस दिवस पर राज्य से लेकर गांव स्तर की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने को लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इस दिन यदि राजकीय अवकाश होता है तो अगले दिवस पर यह कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस योजना के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने बनारस समेत सूबे के सभी डीएम व सीएमओ को पत्र भेजकर खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है। उनका कहना है कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में भी परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में परिवार नियोजन सेवाओं की समुदाय स्तर पर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए परिवार नियोजन साधनों की ग्राह्यता को बढ़ाना बहुत जरूरी है। इस पहल के तहत लक्षित समूह के परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर खास ध्यान दिया जाएगा।
ये हैं टारगेटेड समूह में शामिल
इस साल की पहली जनवरी के बाद प्रसव वाली वह महिलाएं जो हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) के रूप में चिन्हित की गयीं थीं, नव विवाहित दम्पति (जिनका विवाह इस साल जनवरी के बाद हुआ है) और वह दम्पति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं ये हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में आती हैं। इस पहल में भी आशा कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वह शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की लक्षित समूह की महिलाओं की लाइन लिस्टिंग करेंगी। ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का दिन यदि 21 तारीख को पड़ता है तो वह उस दिवस को परिवार नियोजन के साधनों पर केंद्रित करते हुए खुशहाल परिवार दिवस को बड़े पैमाने पर मनाएंगी।
गलतफहमी को दूर करेंगी आशा
यही नहीं आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लक्षित समूह के उन दम्पति को चिन्हित करेंगी जो परिवार नियोजन के किसी साधन को नहीं अपना रहे हैं, उनकी काउंसिलिंग से लेकर बास्केट ऑफ च्वॉइस में मौजूद साधनों से अवगत कराएंगी। इसके अलावा इन साधनों को अपनाने को लेकर कोई भ्रान्ति होगी तो उसे भी दूर करेंगी।
नवदम्पति को नई पहल किट
एएनएम, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा संगिनी और महिला आरोग्य समिति के सदस्य भी इच्छुक दम्पति द्वारा चुने गए साधनों की उपलब्धता पर आशा का सहयोग करेंगे। शहरी क्षेत्र में जहां आशा कार्यकर्ता नहीं हैं वहां पर शहरी एएनएम द्वारा यह गतिविधियां सम्पादित की जाएंगी। एक वर्ष के भीतर विवाहित नव दम्पति को नई पहल किट देते हुए परिवार नियोजन साधनों के बारे में विस्तार से बताते हुए मैरिज रजिस्ट्रेशन के बारे में भी बताया जाएगा।
होगा प्रचार-प्रसार
परिवार नियोजन दिवस पर परिवार नियोजन सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए होìडग, बैनर, पम्फलेट, पोस्टर, रेडियो स्पॉट, जिंगल्स, माइकिंग, सारथी वाहन और मीडिया का पूर्ण सहयोग लिया जाएगा। इसके अलावा सीएमओ द्वारा जिले के सभी कार्यक्रम प्रबंधक, सेवा प्रदाता, फ्रंटलाइन वर्कर आदि का खुशहाल परिवार दिवस के उद्देश्य, आयोजन, सेवा प्रदायगी की सुनिश्चितता, परिवार नियोजन कमोडिटी की उपलब्धता आदि पर संवेदीकरण किया जाएगा।