वाराणसी (ब्यूरो)। तपिश बढऩे के साथ ही बच्चों में बीमारी काफी तेजी से बढ़ रही है। मंडलीय अस्पताल में हर चौथा बच्चा ड्राइनेस यानी नाक की समस्या को लेकर अपनी मां के साथ पहुंच रहा है। सबसे अधिक दिक्कत बच्चों को नाक में अंगुली करने पर खून निकलने पर हो रही है। इससे माता-पिता भी काफी परेशान हो जा रहे हैं। मंडलीय अस्पताल में ईएनटी विभाग में करीब दो दर्जन बच्चे ऐसे मिले, जो नाक में ड्राईनेस की समस्या से परेशान दिखे.
अंगुली करने पर निकलता है खून
ओपीडी में अपने बच्चे को लेकर पहुंची बच्चे की मां ने कहा कि पिछले तीन दिनों से बच्चे के नाक से खून निकल रहा है। नाक में हमेशा अंगुली डालकर बच्चा नोचता है तो इसके बाद खून और अधिक आने लगता है। इस तरह की बीमारी को लेकर कबीचौरा मंडलीय अस्पताल में बच्चे संग मां पहुंच रही है.
ब'चों पर दें ध्यान
-नियमित रूप से ब''ाों को पानी पिलाते रहें
-नाक में अंगुली करने से रोकें
-बाहर निकलने पर ब'चों का मुंह गमछा से ढककर रखें
-नाक से खून आने पर सरसों का तेल या फिर वैस्लीन लगाएं
-सीधे हवा के सामने ब'चों को न रखें
ड्राइनेस से बढ़ रही बीमारी
ओपीडी में डाक्टर ने सलाह देते हुए कहा कि गर्मी में ड्राइनेस की वजह से इस तरह की बीमारी बढ़ती है। बच्चे को पंखे के नीचे न रखें। हमेशा पानी पिलाते रहे। पानी की कमी की वजह से आंख, नाक और मुंह सूखने लगता है। इसलिए बच्चों को हमेशा पानी पिलाते रहें। स्कूल ले जाते समय हो या फिर स्कूल छूटने के बाद बच्चों पर विशेष ध्यान दें.
नाक में अंगुली करने से रोकें
बच्चों को नाक में अंगुली करने से रोकें। भीषण गर्मी में इस तरह की समस्याएं बढ़ जाती हैं। नाक ड्राई होने पर बच्चे नाखून से उसे खोद देते हैं, इसलिए खून निकलने लगता है। इससे इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है। बच्चों के नाम से खून रोकने के लिए शुद्ध सरसों का तेल डालना चाहिए। प्रतिदिन तेल डालने से ड्राइनेस की समस्या दूर हो जाती है.
बच्चों को मास्क पहनाएं
भीषण गर्मी से बचने के लिए बच्चों को मास्क पहनाएं। स्कूल जाते समय पर भी नाक को ढककर रखें। समय-समय पर डाक्टर द्वारा लिखा गया ड्राप भी नाक में डालते रहें। समय पर इलाज न कराने पर इंफेक्शन हो जाता है। फिर आगे दिक्कत होती है। बच्चों की नाक बहुत ही नाजुक होती है। ड्राइनेस से सर्दी भी हो जाती है। नाक जाम हो जाता है.
भीषण गर्मी में ओपीडी में प्रतिदिन बच्चों में नाक की समस्या लेकर गार्जियंस आ रहे है। ड्राइनेस की वजह से खून भी निकलने लगता है। बच्चों को गर्मी में संभालकर रखना चाहिए। पंखे के नीचे नहीं रखना चाहिए। तेज हवा से भी बच्चों को बचाना चाहिए.
डा। एसपी सिंह, एसआईसी, मंडलीय अस्पताल