वाराणसी (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के हाफ मैराथन में हर उम्र में गजब का जोश दिखा। चार कैटेगरी के मैराथन में कहीं भी एज फैक्टर नजर नहीं आया। 10 साल से लेकर 70 साल तक के ओल्ड ऐज के भी लोग विनर बनने के लिए सबसे आगे रहे। चेहरे पर भले ही झुर्रियां पड़ गयी हों, बाल आगे से गायब हो गया हा,े फिर भी जोश और जुनून बरकरार रहा। क्योंकि सभी का एक लक्ष्य था मैराथन को जीतना। इसके लिए सभी पौ फटने से पहले ही पुलिस लाइन के ग्राउंड में पहुंच चुके थे। पार्टिसिपेंट्स से खचाखच भरे ग्राउंड में बस एक ही आवाज गूंज रही थी हाउ द जोश। हाउ द जोश.
काशी में पहली बार
काशी में पहली बार आयोजित दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के मैराथन को लेकर पूरा शहर जोश से लबरेज दिखा। जिधर से हजारों पार्टिसिपेंट्स का रेला निकला लोग देखते ही रह गए। कई चौराहों पर तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका वेलकम किया तो कहीं हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ। पहली बार अपने शहर में इस तरह के प्रोग्राम को देखकर हर कोई इसमें शामिल होने के लिए आतुर दिखा। सभी पार्टिसिपेंट्स जोश और उत्साह से लबरेज दिख रहे थे और उनके कदम फ्लैग ऑफ प्वाइंट की तरफ बढ़ रहे थे.
पार्टिसिपेंट्स से भरा ग्राउंड
पार्टिसिपेंट्स पर मैराथन का जोश और जुनून इस कदर हावी था कि चार बजे भोर में ही ग्राउंड पहुंचे गए थे। गैदरिंग देखकर उनके साथ आए स्टूडेंटस भी मैराथन में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लाइन लगा लिए। जब तक उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ तब तक वे काउंटर से हटे नहीं। फिर क्या सुबह के पांच बजते-बजते सैकड़ों छात्रों की काउंटर पर भीड़ लग गयी। जब तक रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ तब तक उन्होंने काउंटर नहीं छोड़ा। काउंटर के पास सिनेरियों ये रहा कि कोई बिब लेने में व्यस्त रहा तो कोई नए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए क्यू में लगा रहा। ठंड क्या होती है किसी को एहसास भी नहीं हुआ.्र बस लक्ष्य था मैराथन.