वाराणसी (ब्यूरो)बिजली विभाग को बनारस में अप्रैल-2022 से जनवरी 2023 के बीच 680 मिलीयन यूनिट बिजली की चपत लगी हैइसमें लाइन लास, बिजली चोरी, कटियामारी आदि सभी के मामले शामिल हैं। 680 मिलीयन यूनिट बिजली की कुल कीमत लगभग 12 करोड़ रुपये आंकी गई है और कुल मिलाकर कह सकते हैं कि इतने रुपये का सीधे-सीधे घाटा हुआ हैविभाग के अनुसार ये घाटा कुल 14 प्रतिशत हैइतने अधिक घाटा से विभाग बौखलाहट में हैवह नए वित्तीय वर्ष में इससे उबरने के लिए मास्टर प्लान बनाने में जुटा है और फिलहाल जिले में सर्च द डोर अभियान शुरू करने की तैयारी में जुटा है.

14 प्रतिशत लाइनलास

बिजली विभाग को तीनों सर्किल मेंंंं बिजली सप्लाई के लिए पावर ग्रिड की तरफ से 832 मिलीयन यूनिट के हिसाब से सर्किल प्रथम और सर्किल द्वितीय को बिजली सप्लाई की गईसर्किल ग्रामीण में 720 मिलीयन यूनिट बिजली सप्लाई की गईतीनों सर्किल को मिलाकर विभाग को एक वित्तीय वर्ष के दौरान 2384 मिलीयन यूनिट बिजली सप्लाई की गईइसमें से 14 प्रतिशत बिजली लाइन लास का शिकार हो गई और विभाग को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.

12 करोड़ का फटका

विभाग का कहना है कि उसे 680 मिलीयन यूनिट के लास का सामना करना पड़ा हैइसमें बिजली के कई स्लैब हैंहर स्लैब के अलग अलग रेट निर्धारित होते हैंइसके कारण विभाग को सभी स्लैब के रेट के कैलकुलेशन को ध्यान मे रखकर 12 करोड़ के लास का सामना करना पड़ा है.

23 मिलीयन प्रति डिविजन

बिजली विभाग की तरफ से लाइन लास और चोरी के खाते में गई बिजली का कैलकुलेशन किया जा रहा हैइसमें विभाग ने अपने सभी डिवीजनों का डाटा तैयार किया हैइसमें प्रत्येक डिवीजन के कैलकुलेशन के आधार पर बिजली विभाग को हर डिविजन से 23 मिलीयन यूनिट बिजली के नुकसान का सामना करना पड़ा है.

चलेगा सर्च द डोर अभियान

लाइनलास का सामना कर रहा बिजली विभाग नए वित्तीय वर्ष में लास से बचने के लिए अभी से अभियान शुरू करने जा रहा हैइसके लिए अधिकारी कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे रहे हैंध्यान रखा जा रहा है कि बीते वित्तीय वर्ष में जो लाइन लास और चोरी का सामना करना पड़ा है वह आने वाले वित्तीय वर्ष में ना करना पड़ेइसके लिए फस्र्ट फेज में शहर के प्रत्येक इलाके में सर्च द डोर अभियान चलाने की कवायद शुरू की गई है.

एक नजर आंकड़े पर-

सर्किल-आवश्यकता-लास

प्रथम-832-240

द्वितीय-832-240

ग्रामीण-200-200

नोट- संख्या मिलीयन यूनिट में है.

बीते वित्तीय वर्ष में कुल मांग के सापेक्ष विभाग को 14 प्रतिशत लास का सामना करना पड़ा हैनए वित्तीय वर्ष को ध्यान में रखकर प्लानिंग की जा रही है, जिससे की आने वाले दिनों में लास का सामना ना करना पड़े.

अनिल कुमार वर्मा, अधीक्षण अभियंता, सर्किल द्वितीय