वाराणसी (ब्यूरो)। मिर्जामुराद क्षेत्र के लच्छापुर गांव में मुर्गी फार्म के पास पंङ्क्षपग सेट के कमरे में सोए 62 वर्षीय चंद्रभान पटेल की गुरुवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वृद्ध के बाएं कंधे व गले में हल्की चोट के निशान थे। वृद्ध को कोई औलाद नहीं है। ससुराल वालों ने भूमि की खातिर हत्या करने का आरोप लगाया। थानाध्यक्ष दीपक रनावत का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट होगी.
पत्नी का मायके में चल रहा इलाज
लच्छापुर गांव निवासी स्व। बौड़म पटेल के तीन पुत्रों में दूसरे नंबर के चंद्रभान पटेल की शादी रोहनिया के गजापुर गांव निवासी श्यामप्यारी संग हुई थी। मानसिक रूप से बीमार पत्नी श्यामप्यारी दस दिन से मायके में रह कर दवा करा रही थी। चंद्रभान घर से करीब पांच सौ मीटर दूर कमरे में तख्त पर सोए हुए थे। उनका भतीजा लवकुश पटेल शुक्रवार की सुबह पंङ्क्षपग सेट पर पहुंचा तो देखा कि बड़े पिता मृत अवस्था में पड़े हैं। मौत की खबर मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
कई एंगल से हो रही जांच
इस बीच सूचना पाकर ससुराल से बहन को लेकर भाई कैलाश पटेल व अन्य स्वजन मौके पर आ गए। ससुरालवाले कंधे व गले पर चोंट के निशान देख हिस्से की तीन बीघा भूमि की खातिर हत्या किए जाने का आरोप लगाने लगे। उधर, वृद्ध के भाई नन्दलाल व भतीजे लवकुश का कहना है कि स्नान करते समय पंङ्क्षपग सेट की टंकी के पास गिर जाने के कारण शरीर पर चोट आई है। वृद्ध द्वारा अपने हिस्से की भूमि को करीब दो वर्ष पूर्व भयो शांति देवी के नाम वसीयत किए जाने की बात बताई जा रही है। मायके से आई पत्नी को घर वाले रोक लिए, जिसे लेकर दोनों पक्षो के बीच नोकझोंक भी हुई। वृद्ध के बड़े भाई नन्दलाल को भी कोई औलाद नही है। छोटे भाई स्व। नरेंद्र को तीन पुत्र हैं।