वाराणसी (ब्यूरो)। चांद दिखने की बुधवार को तस्दीक हो गई। इससे यह तय हो गया कि बृहस्पतिवार को ईद मनाई जाएगी। इसके बाद मुस्लिम बहुल इलाकों में जमकर आतिशबाजी की गई और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक दूसरे को ईद की मुबारकवाद देने के साथ त्योहार मनाने की तैयारियों में जुट गए।
पूरी रात खुली दुकानें
ईद को लेकर बुधवार की रात शहर के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में चहल-पहल रही। झालरों और लाइट के बीच कपड़े की दुकानों, सिलाई की दुकानों, खानपान समेत फुटवियर की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। विशेश्वरगंज, चेतगंज, खोजवां, पांडेयपुर, सरैया में हाल ये रहा कि सेवईं खत्म हो गई।
सेवईं की कमी
कुछ क्षेत्रों में दुकानों पर अधिक दाम पर सेवईं बेची गई। कारोबारियों के अनुसार इस बार भदऊ चुंगी स्थित सेवईं मंडी से ज्यादा माल दूसरे राज्यों में भेजा गया। इस वजह से माल की अपने यहां किल्लत हो गई। 80 से 120 रुपये किलो तक सेवईं बेची गई। शहर के दालमंडी, हड़हा सराय, बेनिया, नई सड़क, मदनपुरा, बजरडीहा, जैतपुरा, आदमपुर, सरैया और अर्दली बाजार, भोजबीर, शिवपुर क्षेत्रों में भी माल की खपत अधिक रहीं। एक माह पूर्व ही व्यापारियों ने जो माल 50 से 60 रुपये किलो में उठाया था, दो से तीन पहले उन्हें वहीं माल 80 से 100 रुपये प्रति किलो में मिला। विशेश्वरगंज मंडी के व्यापारी शशांक साहू ने बताया कि बाजार में अंतिम दिन सेवईं की कमी हो गई।
देर रात तक खरीदारी
दालमंडी में आधी रात तक खरीदारी होती रही। नई सड़क लंगड़ा हाफिज से दालमंडी को जाने वाला मार्ग पूरी रात खुला रहा। रेडिमेड, होजरी और अन्य सामानों की दुकानें खुली रहीं। मनपसंद सामानों की खरीदारी पूरी रात हुई। जूता, चप्पल, टोपी, इत्र, कुर्ता-पायजामा समेत अन्य सामानों की खरीदारी हुई। वहीं, रात में सबसे अधिक खानपान की दुकानें भी खुली रहीं.
इस बार भदऊ चुंगी स्थित सेवईं मंडी से ज्यादा माल दूसरे राज्यों में भेजा गया। इस वजह से माल की अपने यहां किल्लत हो गई।
शेख आसिफ, दूकानदार
बाजार में अंतिम दिन सेवईं की कमी हो गई। इस वजह से 80 से 120 रुपये किलो तक सेवईं बेची गई।
जुबे, दूकानदार