- वीकेंड लॉकडाउन के चलते 20 जून, रविवार को घाट, मंदिर रहेंगे बंद
- घाटों पर स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी रहेगी तैनात
गंगा दशहरा पर्व पर इस बार श्रद्धालु गंगा नदी में आस्था की डुबकी नहीं लगा सकेंगे। इसका प्रमुख कारण वीकेंड लॉकडाउन बना है। पिछली बार कोरोना के चलते गंगा नदी पर स्नान में प्रतिबंध था और इस बार ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 20 जून यानी रविवार को गंगा दशहरा पर्व पड़ रहा है। लॉकडाउन का घाटों में पालन कराने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ ही पीएसी भी तैनात रहेगी।
कोरोना की रफ्तार धीमी होने के बाद यूपी में लॉकडाउन को समाप्त करते हुए इसे वीकेंड लॉकडाउन यानी शुक्रवार की शाम 7 बजे से सोमवार की सुबह 7 बजे तक सीमित कर दिया गया है। इस दौरान पार्क, मॉल, बाजार के अलावा सारे मंदिर-मस्जिद भी बंद रहेंगे। बनारस के सभी घाटों और मंदिरों पर लगे प्रतिबंध के चलते लोगों को गंगा स्नान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
काशी का कण-कण शिव है और यहां हर एक जगह का पानी गंगाजल माना गया है। काशी में आने वाले श्रद्धालु यहां की वसुंधरा यानी धरती का स्पर्श करने मात्र से ही खुद को धन्य मान लेते हैं। गंगा दशहरा पर घाटों पर स्नान करने के लिए लगे प्रतिबंध को लेकर शुक्रवार की शाम से लेकर सोमवार की सुबह तक काशी के गंगा घाटों पर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहेंगे। लोग इस दो दिन अपने घरों में रहकर ही पूजा-अर्चना करेंगे।
यहां इसलिए है खास महत्व
वाराणसी की बात की जाए तो यह एकमात्र स्थान है जहां गंगा उत्तर वाहिनी हैं। गंगा ने यहां बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया था और तब आगे बढ़ीं थीं। सृष्टि के सृजन से पहले ब्रह्मा काशी आए थे और उन्होंने दस अश्वमेध यज्ञ किए। वह स्थान दशाश्वमेध घाट कहलाया। इसीलिए दशाश्वमेध घाट पर स्नान के लिए सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इस दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।