वाराणसी (ब्यूरो)। भले ही काशी टूरिज्म सेक्टर का सबसे बड़ा हब बन गया हो, लेकिन आज भी कई ऐसे गंभीर समस्याएं हैैं जिन्हें टूरिस्टों को प्रतिदिन झेलना पड़ता है। जी हां, इन्हीं सब मुद्दों को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की राजनी टी कैंप की टीम कैंटोनमेंट स्थित होटल में टूरिज्म सेक्टर से जुड़े लोगों के बीच पहुंची। मंच देखकर सभी ने अपनी-अपनी बातों को प्रमुखता से रखा। किसी ने ट्रैफिक तो किसी ने टूरिज्म जोन न बनने की बात कही। कई लोगों ने सुझाव भी दिया कि सिटी में ई बसें चलाई जा रही हैं। अगर इन्हें टूरिस्टों के लिए हर 3 मिनट पर चलाई जाएं तो सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था काफी स्मूद होगी। साथ ही टूरिस्टों को भी सहूलियत होगी। जहां से बस चलाया जाए, वहां से सिर्फ टूरिस्टों को ही इंट्री दी जाए.
सारनाथ से बाबा धाम की सड़कें हों खाली
सिटी में टूरिस्ट फ्लो को देखते हुए इस सेक्टर से जुड़े लोगों का कहना है कि विश्वनाथ धाम बनने के बाद टूरिस्ट की संख्या में गजब का इजाफा हुआ है लेकिन सुविधाएं उनको नहीं मिलती। जितनी भी सरकार की योजनाएं हैैं, वह धरातल पर नहीं दिखती। यही वजह है कि काशी आने वाले टूरिस्टों को काफी दिक्कत होती है। सारनाथ से लेकर विश्वनाथ धाम जाने वाली सड़क पर ट्रैफिक एकदम नहीं होना चाहिए जिससे टूरिस्टों को आवागमन में कोई दिक्कत हो.
नहीं बना टूरिस्ट जोन
काशी में प्रतिदिन लाखों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं, लेकिन टूरिस्टों की सहूलियत के लिए कहीं भी टूरिस्ट जोन नहीं बना है। इसके चलते काफी दिक्कत होती है। इस बार के प्रत्याशी से यही मांग है कि टूरिस्टों के लिए टूरिस्ट जोन बनाया जाए। जहां टूरिस्टों को सारी सहूलियत दी जाए। इससे टूरिज्म सेक्टर और ग्रोथ करेगा। फॉरेन टूरिस्टों की संख्या तेजी से बढ़ेगी.
बस को घेर लेते हैं
राजनी टी कैंप में टूरिस्ट गाइड ने कहा कि टूरिस्ट से भरी बस जब शहर में कहीं रुकती है तो चारों तरफ यहां के भिखारी बस को घेर लेते हैं और तेज-तेज से दरवाजा और खिड़की के पास हाथ मारने लगते हैं। इसको देखकर फॉरेनर्स डर जाते हैं। इस तरह के माहौल से कई टूरिस्ट शहर में नहीं आना चाहते। इस पर यहां के प्रशासन को रोक लगाना चाहिए। कुछ दिन पहले ही टूरिस्टों से भरी बस को हरहुआ के पास रोक दिया गया था। इसके चलते फॉरेनर्स को काफी दिक्कत हुई। इस तरह की व्यवस्था से कई विदेशी टूरिस्ट काशी आने से कतरा रहे हैं। सरकार से यही मांग है कि फॉरेनर्स के लिए टूरिस्ट जोन बनाया जाए.
प्रॉब्लम को दूर करने वाला प्रत्याशी हो
वाराणसी टूरिज्म गिल्ड के पदाधिकारियों ने कहा कि टूरिज्म सेक्टर में काफी समस्याएं हैं। जो इन्हें दूर करेगा वीटीजी के पदाधिकारी उन्हीं को वोट करेंगे। सरकार योजनाएं लाती है लेकिन धरातल पर नहीं दिखता है। सरकार को कुछ ऐसा करना होगा जिससे जितनी भी योजनाएं हैं, वह जरूरतमंद लोगों को मिले। इसके बाद ही टूरिस्ट सेक्टर का विस्तार हो सकता है.
मेरा मुद्दा
-टूरिस्ट बस को शहर के अंदर जाने की अनुमति मिलनी चाहिए
-शहर और प्रमुख घाटों पर टूरिस्टों के लिए टॉयलेट बनना चाहिए
-घाटों का रंग एक होना चाहिए
-टूरिस्टों के लिए शहर में हर तीन मिनट पर ई बसें चलाई जाएं
-टोटो को विश्वनाथ धाम वाले रास्ते से हटा देना चाहिए
-टूरिस्टों के लिए टूरिस्ट जोन बनना चाहिए
लोस चुनाव पर गिनाया मुद्दा
-रिंग रोड के आसपास होटल बनाने के लिए गवर्नमेंट जमीन दें
-विश्वनाथ धाम में पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे टूरिस्ट के बस पार्किंग हो सके
-सिटी में जाम की समस्या को दूर करना चाहिए
-आशापुर फ्लाईओवर की सर्विस रोड बनाना चाहिए
-एयरपोर्ट ट्रैवल एजेंटों को पास बनाना चाहिए ताकि टूरिस्टों को पिक अप करने में मदद मिले
-लखनऊ,अयोध्या, प्रयागराज, खजुराहो, झांसी के लिए नई वंदे भारत ट्रेन शुरू करनी चाहिए
फस्र्ट वोटर
सिद्धार्थ सिंह लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदान करेेंगे। उनका कहना है कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। स्टूडेंट्स का एजूकेशन भी काफी महंगा हो चुका है। बिना कोचिंग कोई भी पढ़ाई संभव नहीं है। सरकार को कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे स्कूलों की पढ़ाई बिना कोचिंग के हो। प्राइवेट स्कूल में जो फीस लेने का सिस्टम है उसे बदलना चाहिए। अप्रैल की फीस तीन महीना पहले जनवरी में ही ले ली जाती है। इस पर सरकार को रोक लगाना चाहिए। ऐसा नियम किसी भी संस्थान में नहीं है, फिर स्कूल में क्यों। इस पर सरकार को रोक लगाना चाहिए तभी शिक्षा में सुधार आएगा.
काशी में टूरिस्टों की संख्या काफी बढ़ी है लेकिन सहूलियत के नाम पर कुछ भी नहीं है। टूरिस्टों के लिए शहर में एक भी टॉयलेट नहीं है.
विक्रमजीत सिंह
प्रमुख घाटों पर टूरिस्टों के लिए अलग से टॉयलेट होना चाहिए, ताकि उन्हें कोई दिक्कत न हो। किसी लॉज और होटल में ले जाने पर किचकिच हो जाती है.
पंकज सिंह
शहर में सभी ऑटो का कलर एक होना चाहिए। गंगा में जो बोट चल रहे उसका भी कलर एक होना चाहिए। इससे टूरिस्ट आकर्षित होते हंै.
सुभाष कपूर
सारनाथ से लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम तक की सड़कें जाम से मुक्त होनी चाहिए। इससे जो टूरिस्ट आएंगे उनको दिक्कत नहीं होगी.
प्रवीण मेहता
प्रत्याशी ऐसा होना चाहिए जो टूरिज्म सेक्टर की समस्याओं को दूर कर सके। साथ ही जो टूरिस्ट शहर में आ रहे हैैं उनके लिए अलग टूरिस्ट जोन बनाएं.
डा। अजय सिंह
शहर में टूरिस्टों के लिए अलग से हर तीन मिनट पर ई बसें चलनी चाहिए। इसमें सिर्फ टूरिस्ट ही यात्रा कर सकें। इसके लिए अलग से स्टॉपेज भी बनाया जाए.
राशिद खान
शहर में डेवलपमेंट हो रहा है लेकिन टूरिस्टों के लिए कुछ भी नहीं हो रहा है। यही वजह है कि फॉरेन टूरिस्ट की संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है.
जनेन्द्र कुमार राय
टूरिस्टों के लिए टॉयलेट्स की जरूरत है। लोकसभा चुनाव का जो भी प्रत्याशी हो वह सिर्फ शहर के समुचित विकास कार्य पर ध्यान देने वाला होना चाहिए.
अखिलेश मौर्या