वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में बेहद खतरनाक ड्रग्स म्याऊ-म्याऊ की बड़ी खेप पकड़ी गई है। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत ढाई करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। यह ड्रग्स मेफेड्रोन के नाम भी जाना जाता है और युवा तेजी से इसके एडिक्ट बन जाते हैं। पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम ने कैंट थाना क्षेत्र के शिव मंदिर के पास से एक तस्कर को अरेस्ट किया है.
संयुक्त टीम की कार्रवाई
डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि पूर्वांचल में ड्रग्स तस्करी करने वालों पर पुलिस व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की नजर है। उसे सूचना मिली कि तस्कर मुंबई से ड्रग्स लेकर आ कैंट स्टेशन पर आ रहा है। इस पर सक्रियता दिखाते हुए संयुक्त टीम ने घेरेबंदी कर ली.
जांच में मिला ड्रग्स
शिवमंदिर के पास मौजूद एक संदिग्ध व्यक्ति की जांच की गई तो उसके हाथ में लिए बैग में नशीला पदार्थ मिला। इसकी पहचान मेफेड्रोन के रूप में हुई। इसका वजन 440 ग्राम और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ढाई करोड़ आंकी गई। उसे गिरफ्तार करके कड़ाई से पूछताछ की गई।
जौनपुर का निवासी
उसने अपना नाम जौनपुर के सुबाषपुर निवासी प्रेमचंद्र बताते हुए जानकारी दिया कि ड्रग्स को मुंबई से लेकर जौनपुर जा रहा था। ड्रग्स को जौनपुर व आसपास के इलाके में खपाने की तैयारी थी। कई सालों से ड्रग्स की तस्करी करता है। जौनपुर में पकड़े जाने पर जेल भी गया था। वह युवकों को ड्रग्स बेचकर अच्छी कमाई करता है। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के अनुसार
पौधों की सिंथेटिक खाद
मेफेड्रोन ड्रग का नशा करने वाले इसे 'म्याऊ-म्याऊÓ नाम से जानते हैं। यह पौधों के लिए बनी सिथेंटिक खाद है, लेकिन इसका सेवन करने से तेज नशा होता है। अन्य ड्रग्स की तरह ही मेफेड्रोन से भूख, मांसपेशियों में ङ्क्षखचाव, शरीर कांपना, सिरदर्द, घबराट, हाइबल्ड प्रेशर जैसे दुष्प्रभाव होते हैं। इसके अधिक सेवन से मौत भी हो सकती है.