वाराणसी (ब्यूरो)। पिछले दो दिनों से बादलों के टुकड़ों संग इधर पहुंचा पश्चिमी विक्षोभ रविवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश को पार कर आगे बढ़ गया लेकिन जाते-जाते शाम के समय मौसम को फिर तूफानी बना गया। तेज धूल भरी आंधी के साथ कहीं बूंदाबांदी तो कहीं तेज छींटे पड़े। इससे तापमान में गिरावट आई और वातावरण में ठंड भरी सिहरन व्याप्त हो गई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दो दिन बाद यानी महीने के अंतिम दिनों में अफगानिस्तान से चला एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ फिर यहां तक पहुंच सकता है और मौसम में बदली, आंधी, वर्षा का कारण बन सकता है.
धूप-छांव का वातावरण
रविवार की सुबह से धूप के साथ आंशिक रूप से बादल भी आसमान में तैर रहे थे। इससे धूप-छांव का वातावरण बना था, साथ ही उत्तर-पश्चिम की ओर से आ रही ठंडी हवा ने गर्मी को दबाए रखा। इससे अधिकतम तापमान पिछले 24 घंटे की अपेक्षा 1.3 डिग्री सेल्सियस नीचे आकर सामान्य से एक डिग्री कम हो गया और 34.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान में भी पिछले 24 घंटे की अपेक्षा 1.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई और यह सामान्य से दो डिग्री कम 20 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। शाम पांच बजे के आसपास तेज धूल भरी आंधी शुरू हुई और कुछ ही देर बाद तेज छींटे पडऩे लगे। शहर में वर्षा का प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा कम रहा। हालांकि मोटी बूंदों के साथ तेज छींटों और तीव्र गति की हवा ने पूरे मौसम को ठंडा बना दिया।
आज खुल सकता है मौसम
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो। मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि यह पश्चिमी विक्षोभ रविवार की रात तक पूरी तरह से इधर से निकल जाएगा। इसलिए सोमवार को मौसम साफ रहेगा। आसमान में बादलों के एकाध टुकड़े भले दिख जाएं लेकिन धूप निकलेगी.
दो दिन बाद फिर छाएंगे बादल, होगी वर्षा
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पांडेय बताते हैं कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान की ओर से चलकर जम्मू-कश्मीर की सीमा में प्रवेश कर चुका है, इसका प्रभाव दो दिन बाद इधर पहुंच सकता है। इसके बाद 30 व 31 मार्च को फिर बदली छा सकती है और तेज धूल भरी आंधी व गरज-तड़क के साथ वर्षा हो सकती है.