वाराणसी (ब्यूरो)। गंगा में राजघाट पुल के समीप प्रस्तावित डबल डेकर पुल की डिजाइन में बदलाव किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने निर्माण विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को पिछले छह माह से रोक रखा है। रेलवे निर्माण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक डिजाइन में 110 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार का आकलन कर नए पुल की डिजाइन तैयार कराई गई थी, इस पर आपत्ति के बाद इसे तेज रफ्तार टे्रनों के हिसाब से तैयार कराया जाएगा। रेलवे प्रशासन की पुल पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की योजना है। इस पर मालवाहक ट्रेनों के लिए डेडिकेटेड ट्रैक बनना है। इसके अलावा अन्य तीन ट्रैकों से तेज रफ्तार टे्रनों को गुजरना है, इसको ध्यान में रखकर पुल की डिजाइन तैयार कराई जाएगी।
चार ट्रैक बनेंगे
राजघाट से पड़ाव को जोडऩे वाले मालवीय पुल के समानांतर बनने वाले पुल के निचले तल पर टे्रनों के लिए चार ट्रैक बनेंगे, जबकि ऊपरी तल पर छह लेन की सड़क बनेगी। उच्चाधिकारियों और रेलवे की एक्सपर्ट टीम रेलवे ब्रिज निर्माण स्थल का दौरा कर पुल की डिजाइन में बदलाव के प्रस्ताव को देख चुकी है। जल्द ही रिपोर्ट सौंपी जाएगी। उत्तर रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक डबल डेकर एंड स्टैंड राइजेशन से रेलवे पुल निर्माण की डिजाइन पर मंथन चल रहा है.
जलमार्ग परिवहन को बढ़ावा मिलेगा
भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण वाराणसी-हल्दिया के बीच राष्ट्रीय जलमार्ग-1 की क्षमता वृद्धि करा रहा है। सुगम जलमार्ग परिवहन को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी से हल्दिया के बीच 57 कम्युनिटी जेटी का निर्माण कराया जाएगा। इससे इस रूट पर यातायात बढ़ेगा। जल परिवहन अधिकारियों के अनुसार वाराणसी, साहिबगंज और हल्दिया में मल्टीमॉडल टर्मिनलों का विकास होगा। इसके लिए बजट भी जारी हो गया है। वाराणसी समेत पूर्वांचल के उद्यमियों की माल ढुलाई आसान होगी। अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। मल्टीमॉडल टर्मिनल तक पहुंचने के लिए चौड़ी सड़क, विद्युत और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था बेहतर होगी। वाराणसी कार्यालय प्रभारी आरसी पांडेय के अनुसार सर्वे कराने के बाद इसका प्रस्ताव तैयार कराकर मुख्यालय भेजा गया था, जिसे मंजूरी मिल गई है। जल्द ही गंगा में जेटी लगने का काम शुरू होगा.
रेलवे के विकास और ट्रेनों के बढ़ते रफ्तार को ध्यान में रखकर डबल डेकर पुल की डिजाइन में बदलाव किया जाएगा.
एपी सिंह, उप मुख्य अभियंता, निर्माण विभाग उत्तर रेलवे