वाराणसी (ब्यूरो)। पॉवर सेंटर वाराणसी में सड़कों पर कार बार चल रहे हैं। लोग सड़क किनारे वाहन खड़े कर खुलेआम शराब पी रहे हैं। कभी-कभी ड्रिंक के बाद ड्राइव करने वाले ये लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। पर ऐसे लोगों पर पुलिस-प्रशासन नकेल नहीं कस पा रहा। वैसे 18 जनवरी को हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिसंबर 2023 में पुलिस विभाग द्वारा ड्रिंक एंड ड्राइव (शराब पीकर गाड़ी चलाना) में सिर्फ छह चालान होने पर डीएम ने चिंता जताई थी और जनवरी 2024 में अभियान चलाकर नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के खिलाफ एक्शन का आदेश दिया था। लेकिन, पुलिस-परिवहन विभाग द्वारा जनवरी में 17 और फरवरी में सिर्फ 9 चालान हुए। ऐसे में लगता है कि बनारस के अफसर आपकी सुनते नहीं हैैं। वहीं पिछले चार-पांच दिनों से लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैैं। ऐसे में पुलिस व परिवहन विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।
खुलेआम हो रही शराबखोरी
गुरुवार देर शाम दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम सार्वजनिक स्थलों पर पहुंची, जहां लोग खुलेआम शराब पीते मिले, लेकिन कहीं भी पुलिस नहीं दिखी.
केस-1, स्थान-रामकटोरा
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम गुरुवार शाम 7.45 बजे रामकटोरा स्थित शराब की दुकान पर पहुंची। वहां पर लोग खुलेआम शराब पीते हुए मिले। कोई बाइक के ऊपर बोतल रखकर पी रहा था तो कोई ठेके के बाहर.
केस-2, स्थान-मलदहिया
रात 8 बजे मलदहिया स्थित शराब की दुकान पर पहुंची। लोग बाइक पर शराब की बोतल, पानी रखकर पीते हुए मिले। इस दौरान ऑटो पर बैठकर भी लोग शराब पी रहे थे.
केस-3, स्थान-तेलियाबाग
टीम रात 8.15 बजे तेलियाबाग के सिंह मेडिकल हॉस्पिटल के बगल की गली में स्थित शराब की दुकान पर पहुंची तो वहां लाइन से बाइक के पास इकट्ठा होकर लोग शराब पीते दिखे।
केस-4, स्थान-नदेसर
टीम रात 8.30 बजे नदेसर स्थित शराब की दुकान पर पहुंची। वहां भी वही स्थिति दिखी। लोग चारपहिया वाहन खड़ी करके शराब खरीद पी रहे थे। इसके अलावा दुकानों के बाहर भी लोग जाम छलकाते दिखे.
18 जनवरी को हुई थी बैठक
डीएम एस। राजलिंगम की अध्यक्षता में 18 जनवरी को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई थी। इस दौरान डीएम द्वारा रोड सेफ्टी पालिसी के फोर-ई में इंफोर्समेंट के अंतर्गत संबंधित बिंदुओं की परिवहन एवं पुलिस विभाग द्वारा समीक्षा की गई। इस दौरान डीएम ने कहा था कि विभाग के पास ब्रीथ इनालाइजर एवं जनशक्ति उपलब्ध होने के बाद भी कम चालान होना चिंता का विषय है.
किसने की कितनी कार्रवाई
माह ------ ट्रांसपोर्ट ----- ट्रैफिक पुलिस
दिसंबर 2023 - 8 -------- 6
जनवरी 2024 - 6 -------- 11
फरवरी 2024 - 3 -------- 6
ड्रिंक एंड ड्राइव को लेकर पुलिस व परिवहन के साथ फिर से बैठक कर समीक्षा की जाएगी। इतने कम चालान क्यों हैं, इसका कारण पता किया जाएगा। अगर कोई दोषी पाया गया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
एस। राजलिंगम, डीएम वाराणसी
ओवरस्पीड के चालान लगातार काटे जा रहे हैैं। ड्रिंक एंड ड्राइव को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता है। जनवरी व फरवरी माह में कम चालान हुए हैैं। जल्द ही इसको लेकर अभियान चलाया जाएगा.
श्यामलाल, एआरटीओ
आए दिन हो रहे एक्सीडेंट
शहर में आए दिन शराब पीकर गाड़ी चलाने से एक्सीडेंट होते हैं। मंगलवार को शहावाबाद में अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। सोमवार को लहरतारा फ्लाईओवर के समीप डिवाइडर से टकराकर बाइक सवार युवक की मौत हो गई। गोईठहां गांव के समीप रिंग रोड पर शनिवार को पैदल जा रहे यात्री को टक्कर मारने के बाद कार पलट गई, जिसमें यात्री की दर्दनाक मौत हो गई.
जेल भी हो सकती है
शराब पीकर गाड़ी चलाना गैरकानूनी है। ऐसा करना ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है, क्योंकि नशे में लोगों का गाड़ी पर कंट्रोल नहीं रहता है। इससे एक्सीडेंट होने का खतरा बढ़ जाता है। पकड़े जाने पर जुर्माने के अलावा या साथ में जेल की सजा भी हो सकती है।
दस हजार का चालान
मोटर व्हीकल (अमेंडमेंट) एक्ट, 2019 के तहत अगर कोई व्यक्ति पहली बार शराब पीकर ड्राइविंग करते हुए पकड़ा जाता है तो 10,000 रुपये का चालान होगा। इसके अलावा 6 महीने की सजा भी हो सकती है। ज्यादा सीरियस मामलों में जुर्माना और जेल, दोनों एक साथ हो सकते हैं। वहीं दूसरी बार पकड़े जाने पर 15000 रुपये का चालान होगा। इसके अलावा 2 साल की सजा भी हो सकती है.
कैसे पता चलता है
अगर ट्रैफिक पुलिस को किसी पर शक होता है कि उसने शराब पी रखी है तो बीएसी टेस्ट होता है। ये टेस्ट ब्रीथ एनलाइजर के जरिए किया जाता है। अगर खून में अल्कोहल का लेवल 30एमजी/100एमएल से ज्यादा निकलता है तो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन माना जाएगा.